उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में कोरोना का कहर जारी हैं। इसके साथ हीं पहाड़ों में भी अब लगातार कोरोना के मामले निकल कर सामने आ रहें है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ने से हालात चिंताजनक होते जा रहे है। जिसको लेकर अब सरकार ने फैसला लिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में रैपिड एंटीजन टेस्ट से कोरोना संक्रमण की जांच की जाएगी। इस संबंध में शुक्रवार को सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने आदेश जारी किया है। जारी आदेश में सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को सीएचसी व पीएचसी स्तर पर एंटीजन टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें प्रदेश में मैदानी जिलों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड जांच की सुविधा काफी कम है। जिसे देखते हुए मैदानों में सरकारी और निजी पैथोलॉजी लैब में कोविड जांच की आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच की सुविधा की जा रही है। जबकि कई पर्वतीय जिलों में कोविड जांच के लिए लैब नहीं है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण देखते हुए केंद्र और आईसीएमआर के दिशानिर्देशों के बाद सरकार ने सीएचसी और पीएचसी में रैपिड एंटीजन टेस्ट कराने का फैसला लिया है।