उत्तर नारी डेस्क
जिला पौड़ी गढवाल के नगर निगम कोटद्वार के थाने में 30 मार्च को वादी मदनमोहन कण्डवाल पुत्र बृजमोहन निवासी ग्राम मवाकोट ने एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें बताया गया था कि 19 मार्च को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मेरे घमण्डपुर स्टोर में रखी 60 फर्मे (सेटरिंग मेटिरियल) लोहे की वाहन संख्या UP-5427 (डम्पर) में चोरी कर ली गयी है। जिस सम्बन्ध में कोतवाली कोटद्वार में मु0अ0सं0 70/2021 धारा 380 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0 रेणुका देवी ने चोरी की घटना को गम्भीरता से लेकर घटना के सफल अनावरण करने व अभियुक्तो को शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु आदेशित किया। जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी के निर्देशन, पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार अनिल कुमार जोशी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार नरेन्द्र सिह बिष्ट, प्रभारी सीआईयू. विजय सिंह के नेतृत्व में व0 उ0नि0 प्रदीप नेगी मय पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं पतारसी सुराकरसी कर दिनांक 25 मई को उक्त अभियोग से सम्बन्धित अभियुक्त इसरार पुत्र मोहम्मद अली निवासी मो0 मिर्चयान ग्राम देहरा, थाना- धोलाना, जिला हापुड़ (उ0प्र0) को मेरठ उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त ट्रक संख्या- UP42BT-5427 में इनके द्वारा चुरायी गयी सेटरिंग की 220 प्लेटें व 60 फर्मे (सेटरिंग मेटिरियल) बरामद की गयी।
बता दें कि अभियुक्त ने पूछताछ में बताया हमारे गैंग द्वारा उत्तर प्रदेश, राजस्थान व देहरादून आदि क्षेत्रों में भी इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया। इसके अतरिक्त सेटरिंग की प्लेटें उसने अपने 04 साथियों के साथ मिलकर पथरी व सिडकुल क्षेत्र (हरिद्वार) से भी चोरी की हैं। जिस सम्बन्ध में पुलिस टीम द्वारा थाना पथरी व थाना सिडकुल हरिद्वार से जानकारी की गयी तो उपरोक्त थानों पर क्रमश: मु0अ0सं0-153/21 धारा-379/411 भदवि0 थाना- सिडकुल हरिद्वार व मु0अ0सं0- 94/21 धारा- 379/411 भादवि थाना-पथरी हरिद्वार पंजीकृत हैं। अभियुक्तगण शातिर किस्म के अपराधी है जो कि गैंग बनाकर चोरी की संगीन घटना को अंजाम देते हैं, उक्त गैग के सदस्य पूर्व में भी विभिन्न राज्यों से इस प्रकार की घटना कारित कर जेल जा चुके है। अभियुक्तगणो के अन्य अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। उक्त गैंग के फरार अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस प्रयासरत है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेत नगद पारितोषिक दिया गया।