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उत्तराखण्ड से गुजरात भेजे जाएंगे गुलदार, सीजेडए से मिली हरी झंडी

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड के पहाड़ी जिलों में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। जिसके चलते वन विभाग लगातार विभिन्न स्थानों से आदमखोर गुलदार पकड़ रहे है। परन्तु अब यह पकड़े गए आदमखोर गुलदार वन विभाग के लिए भी मुसीबत का सबब बन गए हैं। जी हाँ आपको बता दें कि हरिद्वार और नैनीताल के दोनों रेसक्यू सेंटर में अब नए गुलदार को रखने के लिए जगह नहीं बची है। दोनों केंद्रों में वर्तमान में कुल 13 गुलदार हैं। जिनकी देखभाल पर भी भारी-भरकम खर्च आ रहा है। अब इस बात का अंदाज़ा इससे भी लगाया जा सकता है कि चिड़ि‍यापुर रेसक्यू सेंटर में ही नौ गुलदारों को पालने में वहां करीब 22 लाख रुपये का सालाना खर्च आ रहा है। इसे देखते हुए वन विभाग ने रास्ता निकाला है कि प्रथम चरण में छह गुलदारों को यहां से गुजरात भेजा जाए जिस की तैयारी हो चुकी है। केंद्रीय चिड़ि‍याघर प्राधिकरण (सीजेडए) से इस संबंध में हरी झंडी मिलने के बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने अनुमति के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।

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