उधम सिंह नगर संवाददाता प्रसून अग्रवाल
किच्छा चीनी मिल ने अपना पैराई सत्र पूरा कर एक बार फिर चीनी रिकवरी में वर्ष 1961 से प्रारम्भ हुई चीनी मिल का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रचा है। मिल ने लगभग 5 माह गन्ना पैराई कर 4 लाख 23 हजार 450 कुंतल चीनी का उत्पादन किया।
गौरतलब है चीनी मिल किच्छा ने इस बार 55 लाख कुंतल गन्ना पैराई का ऑफर रखा था। इसके सापेक्ष कई अड़चनों को कुशलता से दूर करते हुए मिल ने करीब 39.74 लाख कुंतल गन्ना पेराई की गयी। मिल ने इस बार 10.73 प्रतिशत रिकवरी हासिल की। वर्तमान चीनी रिकवरी पिछले साल की तुलना में 0.24 प्रतिशत अधिक रही है। प्रदेश में सार्वजनिक क्षेत्र की मिलों में चीनी पड़ता रिकवरी में किच्छा चीनी मिल पहले स्थान पर रही। किच्छा मिल के 62 साल के इतिहास में पहले बार रिकवरी इतनी अधिक आई है।
अधिशासी निदेशक रुचि मोहन रयाल ने बताया कि चीनी रिकवरी में किच्छा चीनी मिल ने इतिहास बनाया है। वर्तमान सत्र में अच्छी गुणवत्ता की चीनी का उत्पादन किया गया है जिससे किच्छा की चीनी का बाजार मूल्य बढ़ने की सम्भावनाऐं हैं। इस बार गन्ना पैराई पिछली बार की तुलना में कम होने के बावजूद रिकॉर्ड तोड़ रिकवरी हासिल की है। उन्होंने इसके लिए चीनी मिल कर्मचारियों तथा किसानों का आभार जताया है।उत्तराखंड बनने के बाद से पहली बार चीनी मिल ने राज्य सरकार के सहयोग से वर्तमान पैराई सत्र में किसानों के गन्ने के मूल्य का सम्पूर्ण भुगतान पेराई सत्र पूरा होते ही दिया है। मिल पर अब किसी किसान का कोई बकाया नहीं है। आगामी पेराई सत्र में चीनी मिल बॉयलर स्पेस को बढ़ाने के साथ चीनी उत्पादन बढ़ाने की सभी सम्भावनाओं पर कार्य जारी है।
किच्छा चीनी मिल गन्ना प्रबंधक- ऋषिपाल सिंह
मिल प्रबंधन के कुशल नेतृत्व एवं कठोर निर्णयों के चलते गन्ने की पैराई बेहतरीन तरीके से की गयी। 62 सालों में मिल ने सर्वाधिक रिकवरी प्राप्त कर नया रिकॉर्ड कायम किया है। आगामी नवीन पेराई सत्र में इससे भी अधिक रिकवरी हासिल करने का प्रयास किया जायेगा।