उत्तर नारी डेस्क
पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से कई सडकें बंद है। तो वहीं खोह नदी का जलस्तर भी बढ गया है। इसी बीच शनिवार सुबह खोह नदी में पानी पीने के लिए आया एक हाथी खोह नदी का जलस्तर बढने से नदी के किनारे ही फंस गया। करीब दो घंटे के बाद जब पानी का जलस्तर कम हुआ तब जाकर हाथी जंगल की ओर जा पाया।
बताते चलें कि करीब साढ़े दस बजे हाईवे से सटे सिद्धबली मोड़ के पास जंगल से निकलकर एक हाथी पानी पीने के लिए खोह नदी में आया था। जहां हाथी ने नदी किनारे उगी घास को देख खाने लगा। इसी दौरान अचानक से खोह नदी का जलस्तर बढ़ जाने से हाथी नदी किनारे ही फंस गया। जिसे देखने के लिए बडी तादाद में लोगों की भीड़ लग गई। तो वहीं कोटद्वार रेंज अधिकारी प्रदीप उनियाल का कहना है कि सिद्धबली के पास हाथी कोरिडोर है, जिस कारण अक्सर हाथी यहां पानी पीने के लिए आते रहते हैं। साथ ही रेंज अधिकारी ने लोगों से हाथी से उचित दूूरी बनाए रखने की भी अपील की।
बताते चलें श्रीनगर के धारी देवी मंदिर के आस-पास भी अकलनंदा नदी ने अपना विस्तार करना शुरू कर दिया है। सुबह से हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि धारी देवी मंदिर के पिलर लगभग इसमें पूरे डूब गये हैं। धारी देवी में अलकनंदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां नदी का जलस्तर इस समय 608.09 मीटर पर है।