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कोटद्वार : 47 दिन नियमित रूप से निशुल्क खाना बाँटने के कार्य का हुआ समापन, टीम को सलाम

उत्तर नारी डेस्क


उत्तराखण्ड में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति भयावह हो रखी थी। हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले और कोरोना से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा था, जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया। वहीं, प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू होने से लोग असहाय हो गए और साथ ही लोगों को आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ा। वहीं, ऐसे में कई लोगों ने जरूरतमंद लोगों  के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया हैं, जिसमें आमसौड़ स्थित रास्ता कैफे रेस्टोरेंट का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। 

आपको बताते चले जहां एक ओर कोरोना के दौरान होटल व्यवसाई मंदी का रोना रो रहे थे, वहीं दूसरी ओर इस मंदी में कोटद्वार बेस अस्पताल के बाहर आमसौड़ स्थित रास्ता कैफे रेस्टोरेंट के युवा संचालक फूड वेन लगाकर जरूरतमंद लोगों, मरीजों और उनके तीमारदारों को फ्री में भोजन खिला रहे हैं। उन्होंने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रसार के दौर में जरूरतमंद लोगों को अपने खर्चे से राजकीय बेस अस्पताल के गेट के पास फूड वैन लगाकर अस्पताल में आने वाले मरीजों को दाल-चावल, बिरयानी, पानी की बोतल वितरित कर रहे थे। आज उसी भोजन वितरण कार्यक्रम का समापन करते हुए उनकी टीम के युवाओं द्वारा बेस अस्पताल सहित प्रदेश व देशभर में कोरोना के कारण जान गवाने वालों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया और साथ ही मृतकों की याद में बेस हॉस्पिटल परिसर में पौधरोपण किया गया। इसके साथ ही उन्होंने बचा हुआ राशन भी जरूरतमंद लोगों में ही बांट दिया। 

वहीं, युवाओं की टीम से जतिन नेगी का कहना है कि ये पूरा राशन जनता द्वारा, जनता के लिए ही दिया गया था इसलिए अब तक और आज जनता को ही दिया जा रहा है। वहीं उन्होंने कोरोना काल में पुलिस के कार्यों की सराहना करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक के "मिशन हौसला" के तहत किए गए कार्यों के लिए भी पुलिस को धन्यवाद किया। लगातार 47 दिन तक भोजन उपलब्ध कराने वाले युवाओं की टीम में जतिन नेगी, मंजीत राणा, महेश कोटनाला, सुशील, प्रियांशू व दीपक शामिल रहे। आज अंतिम दिन पौधरोपण, व राशन वितरण के दौरान सीओ अनिल जोशी, कोतवाल नरेंद्र सिंह बिष्ट, महिला उपनिरीक्षक भावना भट्ट व सज्जन सिंह मौजूद रहे।


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