Uttarnari header

शहीद मंदीप सिंह नेगी का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके पैतृक स्थान, नम आंखों से गांव वालोंं ने दी श्रद्धांजलि

उत्तर नारी डेस्क 

जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में देेश की रक्षा के लिए हुए शहीद हुए गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर की 11वीं बटालियन के राइफलमैन मंदीप सिंह नेगी का पार्थिव शरीर आज रविवार को उनके पैतृक स्थान पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा ब्लाँक स्थित ग्राम सकनोली में लाया गया। जहां नम आंखों से गांव वालोंं ने मनदीप को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मनदीप नेगी अमर रहेेे के नारे लगे। 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी शहीद जवान मनदीप सिंह नेगी जी के गांव सकनोली, सतपुली जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की व शोक संतप्त परिजनों से मिलकर उनको सांत्वना दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद मनदीप नेगी जी ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना जो सर्वोच्च बलिदान दिया है वो युवाओं को देश सेवा के प्रति प्रेरित करता रहेगा। शहीद मनदीप सिंह जी के परिवार वाले मेरे अपने परिवार के समान हैं राज्य सरकार द्वारा उन्हें इस दुःख की घड़ी में हर संभव मदद दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उनके गांव की रोड का डामरीकरण कर इस मार्ग का नाम शहीद मनदीप नेगी मार्ग भी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ शहीद मंदीप के गांव सकनोली पहुंचने वालों में सैनिक एवं पुर्नवास कल्याण मंत्री गणेश जोशी, सरकारी प्रवक्ता काबीना मंत्री सुबोध उनियाल सहित जिले के आला अधिकारियों में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे, एसएसपी पी. रेणुका देवी, उपजिलाधिकारी संदीप कुमार सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे।

बता दें पौड़ी के चौबट्टाखाल क्षेत्र का रहने वाला 23 वर्षीय युवा मंदीप सिंह नेगी मार्च, 2018 में 11वीं गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुआ था। जनवरी, 2019 में वे प्रतिनियुक्ति पर 40 राष्ट्रीय राइफल्स में जम्मू कश्मीर ड्यूटी पर गए थे और वहां साजियान पोस्ट पर तैनात थे। मंदीप सिंह नेगी अपने माता-पिता का इकलौता लड़का था, मनदीप के पिता कृषक के रूप में घर पर ही कार्य करते हैं। माता ग्रहणी है। वहीं कुछ समय पूर्व मनदीप की सगाई उसी क्षेत्र के डविला गाँव से हुई थी और कुछ समय बाद दोनों का विवाह होना भी तय हुआ था। अचानक से मनदीप के शहीद होने की खबर से उनके घर में मातम छा गया है। 

Comments