उत्तर नारी डेस्क
केदारनाथ में आई भीषण आपदा को आज 08 साल पूरे हो चुके हैं। इस भीषण आपदा ने पूरे केदारनाथ को बदल कर रख दिया था। इस आपदा के कारण हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई, कई लापता हुए, लाखों लोगों का रोजगार छिन गया तो वहीं हजारों लोगों से उनका आशियाना ही छिन गया। इस त्रासदी का दर्द लंबे समय तक रहेगा, मगर जीवन चक्र निरंतर बढ़ता है, पिछले 07 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में केदारपुरी और उसके पूरे यात्रा पथ का पुनर्निर्माण और विकास किया जा रहा है। दिव्य और भव्य केदारपुरी का नया स्वरूप अब निखर कर सामने आ रहा है।
बता दें कि मन्दिर के चारों ओर चौड़े पारपथ बनाए गए हैं। त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार के माध्यम से भविष्य में घटने वाली किसी भी अनहोनी को रोकने की व्यवस्था की गई है। मन्दिर के आसपास तीर्थ पुरोहितों और यात्रियों के लिए नए आवासीय भवन भी बनाए गए हैं। वहीं, पूरे रास्ते में यात्री सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है। साफ-चौड़े रास्ते श्रद्धालुओं का आवागमन, उनको हर पड़ाव पर उपयुक्त सुविधाएं मिलें और वे सुखपूर्वक भगवान केदारनाथ के दिव्य दर्शन कर सकें, इसी लक्ष्य के आधार पर सभी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप ही केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड में पवित्र चार धाम यात्रा हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ऋषिकेश से चारों धामों के लिए ऑल वेदर रोड बनाई जा रही हैं। इस मार्ग के निर्माण से स्थानीय नागरिकों को भी अपार लाभ मिलेगा। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेलवे लाइन का कार्य भी त्वरित गति से चल रहा है। आगे इसी लाइन को जोशीमठ और सोनप्रयाग तक ले जाने की भी योजना है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को भी डोईवाला से रेल लाइन के माध्यम से जोड़ा जाएगा। इनके पूरा होने से पर्वतीय क्षेत्र की जनता को भी अभूतपूर्व लाभ होगा।
उत्तराखण्ड के पवित्र चार धाम न केवल आध्यात्मिक साधना के केंद्र हैं, अपितु यह यात्रा उत्तराखण्ड के असंख्य नागरिकों के लिए अर्थोपार्जन का एक बड़ा स्रोत भी है। यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाना हमारा ध्येय है।