उत्तर नारी डेस्क
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते दिन सचिवालय में पूजा-अर्चना कर कार्य का शुभारंभ कर दिया है एवं तत्पश्चात शासकीय कार्यों की शुरुआत की है। जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पहला दौरा हरिद्वार का रहा। जहां नए सीएम का हरिद्वार के कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं बता दें कि इस दौरान सीएम का कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिया गया एक बयान भी खूब चर्चाओं का विषय बन गया है। जहां सीएम ने जनप्रतिनिधियों को तवज्जो ना देने वाले प्रदेश के नौकरशाहों को अपनी कार्यशैली सुधारने के लिए अल्टीमेटम दिया है। बता दें सीएम ने शपथ ग्रहण की बात को लेकर अफसरों पर निशाना साधाते हुए कहा कि उनके शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कुछ बड़े अधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के वहां पहुंचने पर खड़े नहीं हुए। अधिकारियों को पूर्व मुख्यमंत्री को तवज्जो देनी चाहिए। सीएम ने कहा कि अगर किसी अधिकारी को यह लगता है कि तीरथ सिंह रावत डूबता हुआ जहाज हैं तो यह उनकी गलतफहमी हैं। सम्मान देते हुए सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि मेरे तीरथ सिंह रावत से 25 साल पुराने संबंध हैं। सीएम ने कहा कि उन्होंने ऐसे अधिकारियों की पहचान कर ली है अगर अधिकारियों ने अपनी कार्यशैली नहीं सुधारी तो अफसरों को इसके परिणाम भुगतने होंगे।
बताते चलें कि ये बात किसी से छुपी नहीं है कि उत्तराखण्ड में अफसर शाही हावी हो रखी है। हर कोई अपनी मनमानी कर रहा है। इस पर सरकार भी लगाम लगा पाने में फेल साबित हुई है लेकिन नए सीएम ने ऐसे अधिकारियों को चेतावनी दी है।