उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में रूक-रूक हो रही बारिश मुसीबत का सबब बनी हुई है। जगह-जगह भूस्खलन की वजह से सड़कें ब्लॉक हैं, नदियां और पनियाली गदेरा अपने उफान पर हैं। जिस वजह से नदी और जिससे गदेरे से सटे आवासों में रहने वाले लोगों दहशत छा गई। वहीं, ताजा मामला कोटद्वार का हैं, जहाँ बीते मंगलवार से हो रही बारिश के कारण एक बार फिर पनियाली गदेरा उफान पर आ गया। कोटद्वार से करीब 5 किमी दूर सड़क पर बरसाती नाले में भारी मलबा आने से करीब दो घ॔टे तक कोटद्वार-पौडी राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित रहा। सूचना मिलने पर कोतवाली कोटद्वार के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी मौके पर पहुंचे और जेसीबी से मलबा हटाने का काम शुरू किया, लेकिन जेसीबी में कुछ खराबी आ गई, जिसके बाद करीब दो-दो किमी तक लंबा जाम दोनों ओर लग गया। वहीं, जेसीबी मशीन ठीक होने के बाद मलबे को हटाया गया, जिसके बाद मार्ग पर यातायात सुचारु किया गया।
आपको बता दें कि सिर्फ कोटद्वार ही नहीं, बल्कि दूसरे इलाकों का भी यही हाल है। सड़कों पर जगह-जगह जाम लगा है। तो वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश में भी गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। साथ ही प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। फिलहाल बारिश के साथ आई समस्याओं से निजात नहीं मिलेगी, इसलिए जितना संभव हो पहाड़ी रास्तों पर निकलने से बचें। बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को प्रदेश में देहरादून और नैनीताल के अलावा उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से भारी बारिश हो सकती है। वहीं शुक्रवार और शनिवार को कुमाऊं के नैनीताल, चम्पावत और पिथौरागढ़ में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर इन दिनों में नदी किनारे की बस्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
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