उत्तर नारी डेस्क
खेलों का महाकुंभ यानी टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) का आगाज हो चुका है जिसकी शुरुआत 23 जुलाई से हो चुकी है। ओलंपिक ही खेलों का एकमात्र ऐसा आयोजन है। जहां 125 साल से पूरी दुनियाभर के एथलीट एक साथ हिस्सा लेते आ रहे हैं। जिसमें भारतीय खिलाडियों ने भी हिस्सा लिया है।
आपको बता दें जापान के सम्राट नारूहितो ने आधिकारिक तौर पर ओलंपिक का उद्घाटन किया है। तो वहीं जापान की स्टार टेनिस प्लेयर नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) ने ओलंपिक मशाल जलाई।
भारतीय दल के परेड में शामिल होते ही सभी की निगाहें परिधानों पर टिकी
टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह की शुरुआत जापान के नेशनल स्टेडियम में हुई। जहां भारतीय खिलाडियों का नेतृत्व 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरीकॉम और हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह ने किया। परन्तु जैसे ही भारतीय दल परेड में शामिल हुआ तो आकर्षण का केंद्र उनके परिधानों पर ही टिक गया। जी हाँ आपको बता दें उत्तराखण्ड के हल्द्वानी शहर की फैशन डिजाइनर इदित्री गोयल ने भारत की विविध संस्कृति का ख्याल रखते हुए। ओलम्पिक में भारतीय एथलीट्स के परिधान तैयार किये है। इदित्री के मुताबिक, जब उन्हें पता चला था कि भारतीय ओलंपिक संघ डिजाइनरों की तलाश कर रहा है। तो उन्होंने इसके लिए आवेदन करना और डिजाइन भेजना शुरू कर दिया था और एसोसिएशन ने इसके लिए कुछ गाइडलाइन्स तय की थीं, जिनके मुताबिक ही डिजाइनरों को कपड़े डिजाइन करने के लिए कहा गया था।
परेड में भारतीय दल 205 में से 21वें नंबर पर शामिल हुआ
इदित्री ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते एक लंबी प्रक्रिया के बाद और कई दौर की बातचीत होने पर ही डिजाइन तय किए गए और कलर पर अंतिम मुहर लग पाई। इनमें से कई मीटिंग वर्चुअली हुईं थी। साथ ही आधिकारिक किट के डिजाइन भी भारतीय ओलंपिक संघ और इदित्री ने तैयार किए हैं। आपको बता दें परेड में भारतीय दल 205 में से 21वें नंबर पर शामिल हुआ था। जो कि भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा करती है।
भारत की विविध संस्कृति और सौंदर्य शास्त्र को ध्यान में रख तैयार किए कपड़े
इदित्री ने बताया कि कपड़े काफी हल्के और आधुनिक हैं। यह हमारे 'गो गेटर यानी जाओ और प्राप्त करो' के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करते हैं। कपड़ों और किटों पर तिरंगा भारतीय ओलंपिक टीम की ऊर्जा और गौरव की भावना को व्यक्त करने के लिए शामिल किया गया है।
आपको बता दें उत्तराखण्ड के हल्द्वानी शहर की इदित्री ने मिरांडा हाउस से स्नातक किया है। इसके बाद वे पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए पेरिस चली गईं थी। यहां उन्होंने मारांगोनी इंस्टीट्यूट में पढ़ाई की। जिसके बाद उन्होंने भारतीय ओलंपिक संघ के साथ मिलकर भारतीय दल के लिए कपड़े तैयार किए।
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