उत्तर नारी डेस्क
पहाड़ों सहित मैदानी क्षेत्र में पिछले तीन दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। जिसके कारण नदियां उफान पर हैं। सड़के जगह-जगह बंद होने से संपर्क मार्ग अवरुद्ध है। तो वहीं अब लगातार हो रही बारिश से गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी रेखा के ऊपर 293.05 मीटर पर पहुंच गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी गंगा के जलस्तर पर नजरें बनाए हुए हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दें कि हरिद्वार में गान चेतावनी के निशान के करीब बह रही है। इसको देखते हुए विभाग ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही प्रशासन द्वारा गंगा किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है औऱ लोगो को गंगा किनारे ना जाने की अपील भी की जा रही है। इसी के साथ एसडीआरएफ और जल पुलिस को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सारी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतूरा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
ऋषिकेश - गंगोत्री हाईवे बंद
तो वहीं, ऋषिकेश और चम्बा के बीच गंगोत्री हाईवे का करीब 40 मीटर भाग ध्वस्त हो गया। साथ ही हाईवे बगड़धार, हिंडोलाखाल सहित कई जगह बंद है। बारिश इतनी तेज है कि वंहा मशीन भेजना भी चुनौती बना हुआ है। टिहरी जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव ने आदेश जारी करते हुए दोनों हाईवे पर आवाजाही पर रोक लगा दी है। डीएम के अनुसार गंगोत्री हाईवे को दुरुस्त करने में करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है, जबकि बदरीनाथ हाईवे को लेकर उम्मीद जताई कि शनिवार शाम मलबा साफ कर दिया जाएगा।
बताते चलें प्रदेश में फिलहाल बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार अनुसार शनिवार को नैनीताल, चम्पावत और बागेश्वर में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
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