उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में आज भी स्वास्थ्य सुविधाएं लचर है। पहाड़ में आज की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं। पहाड़ों में न ही पर्याप्त चिकित्सक हैं, न स्टाफ। वहीं, चिकित्सा उपकरणों की स्थिति से भी सब वाकिफ है। आए दिन पहाड़ों से दुखद खबरें आती रहती हैं। वहीं अब ताजा मामला उत्तरकाशी जिले से है। जहां जिला अस्पताल में रविवार देर रात प्रसव के बाद किए गए ऑपरेशन के दौरान एक 22 वर्षीय महिला की मौत हो गई। जिसके बाद रोती हुईं महिलाओं और ग्रामीणों ने अस्पताल में घेरा डाल हंगामा कर दिया है। तो वहीं परिजनों और गांव वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
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प्राप्त जानकारी अनुसार आशा पत्नी प्रवीण नौटियाल निवासी चमारौली गांव, ब्रहखाल रविवार सुबह पांच बजे प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती हुई। सुबह 10 बजे ऑपरेशन किया गया। जिसके बाद जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ थे। लेकिन शाम छह बजे फिर आशा के पेट में अचानक तेज दर्द होने लगा। इस पर डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे दानी निकालने के लिए एक और ऑपरेशन करना पड़ेगा। देर रात प्रवीण दवाओं के लिए भटकता रहा। वहीं ऑपरेशन के बाद आशा की मौत हो गई। जिसके बाद से गुस्साई और दुखी महिलाओं व ग्रामीणों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और अस्पताल द्वारा की गयी इस लापरवाही पर कार्यवाही करने की मांग की है। साथ ही कार्यवाही नहीं होने तक शव को ना उठाने की चेतावनी दी है।