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कोटद्वार : दिव्यांग बच्चे के चेहरे पर पुलिस कर्मियो ने लोटाई मुस्कान

 उत्तर नारी डेस्क 

पौड़ी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0 रेणुका देवी द्वारा समस्त अधिनस्त कर्मचारियों को मानवता भरे कार्यों के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसके क्रम में उ0नि0 (वि0श्रेणी) कृपाल सिंह मय कान्स. चालक मुकेश सिंह को दौराने ड्यूटी एक 11 वर्षीय दिव्यांग बालक मिला जिससे पूछताछ की गयी तो बालक ने जय हिन्द कहते हुये बताया कि मेरा नाम राजकुमार है और जब में छोटा था तब छत से गिर गया था और मेरे दोनों पैरो में चोट आ गयी थी। और बताया कि मेरे माता-पिता ने काफी इलाज कराया लेकिन पूर्ण रूप से सही नहीं हो पाया। मैं अपने दोनों पैरों पर सही से खड़ा नहीं हो पाता हुँ और साइकिल वाकर से ही चलता हूँ। उक्त पुलिस कर्मियों ने बालक से उसकी पढ़ाई के संबंध में पूंछा तो बालक ने बताया कि में इस बार 7वीं क्लास में गया हूँ और मैं पढ़ना चाहता हूँ, मेरी वाकर साइकिल सही से काम नहीं कर पा रही है और मेरे पास स्कूल बैग नहीं है। जिस पर पुलिस कर्मियों द्वारा बालक को तुरंत ही नजदीकी दुकान से एक स्कूली बैग दिलाया गया। बालक की पढ़ाई के संबंध में बालक की माता से बात की गई और पिता से फ़ोन पर बात की गई तो उन्होनें बताया कि हमारा बच्चा अपने आप से स्कूल नहीं जा सकता है। इसलिये हम उसे स्कूल नहीं भेज पा रहे है। पुलिस कर्मियों द्वारा बालक के माता पिता को बताया कि यदि आप इसे रोज स्कूल छोड़कर आओगे और समय से स्कूल से लेकर आओगे तो एक दिन ये निश्चित ही अपनी आजीविका यानी नौकरी प्राप्त कर लेगा। ऐसे बहुत लोग है जो शरीर से दिव्यांग है लेकिन उन्होंने दिमागी रूप से मेहनत करके खुद ही रोजगार पाकर एक मिसाल कायम की है। पुलिस कर्मियों की इस बात को सुनकर बालक के माता पिता बालक राजकुमार को स्कूल भेजने को राजी हो गए। पुलिस कर्मियों द्वारा बालक के साइकिल वाकर की फोटो खींचकर प्रोजेक्ट हेल्प संस्था के संस्थापक अमित शमूएल कोटद्वार जनपद पौड़ी के पास फ़ोटो भेजकर भेजी गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि में खुद ही वाकर साईकिल मंगाकर बालक को समय से भिजवा दूंगा। साथ ही पुलिस कर्मियों द्वारा बालक के माता पिता को बताया कि बालक की पढ़ाई के लिये किताब और कापी आदि के लिए हरसंभव मदद हमारे द्वारा की जाएगी।

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