उत्तर नारी डेस्क
यदि आप भोजन को चटपटा बनाने के लिए काला नमक का इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान हो जाएं। यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। क्योंकि बाजार में बिक रहे काले नमक की गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं। इसमें साधारण नमक को मिलाकर बाजार में बेचा जा रहा है। जिसकी शिकायत मिलने पर भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने सभी राज्यों को काले नमक की सघन सैंपलिंग के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गुरुवार को वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह के नेतृत्व में दो सैंपल बलबीर रोड और एक सैंपल देहराखास से लिए। वहीं, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि नकली काला नमक बिना आयोडीन वाले नमक से बनाया जाता है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे पाचन तंत्र, आंत और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। इसे लेकर एफएसएसएआइ ने एडवाइजरी जारी की है।
यह भी पढ़ें - चम्पावत : सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का लिया जायजा, मृतकों के परिजनों से मिल दी सांत्वना
बता दें कि अब तक 41 सैंपल को जांच के लिए रुद्रपुर स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। वहीं, हैरान कर देने वाली तो यह है कि जिला अभिहित अधिकारी से सैंपलिंग को लेकर कोई जानकारी साझा ही नहीं की जा रही है। जिला अभिहित अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वह समय से कार्यवाही से अवगत कराएं और मेल के जरिये भी जानकारी भेजें।
यह भी पढ़ें - उत्तराखण्ड : अटल आयुष्मान योजना के तहत अब हो सकेगा किडनी ट्रांसप्लांट, जानें कैसे