Uttarnari header

uttarnari

सावधान, साइबर ठगी से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

उत्तर नारी डेस्क 



आज के समय में लोग पूरी तरह से ऑनलाइन काम पर निर्भर हो चुके हैं। हां, उससे लोगों को हर काम में बहुत सुविधा जरूर मिल रही है, लेकिन उसके खतरे भी बहुत हैं। जिस वजह से सभी लोगों को सतर्क रहने की भी जरूरत है। जैसे कि आप जानते ही है कि प्रदेश में साइबर ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहें है। आये दिन ठगी और डाटा चोरी से लेकर अन्य कई तरह की खबरें सुनने और पढ़ने को मिलती हैं। 

आपको बता दें कि राजधानी देहरादून साइबर ठगी के मामलों में देश में नबंर 5 पर है। इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि प्रदेश की क्या स्थिति है। हम बैंक में खाता खुलवाते हैं या फिर अपनी सुविधा के लिए वॉलेट पर सत्यापन करते हैं। जिसके बाद एजेंसी हमारा सत्यापन कराती है। यहां तक की मोबाइल सिम की भी KYC करवाई जाती है। फिर जैसे कि आप जानते ही है कि साइबर ठग बैंक का मैनेजर या कर्मचारी बनकर लोगों को कॉल करते है और फिर उनसे KYC अपडेट करने के नाम पर सारी महत्वपूर्ण जानकारी लेते है और फिर बैंक खातों से लाखों रुपये उड़ा लेते हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी इस तरह के कई मामले सामने आये हैं। वहीं, साइबर सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया की इस साल हमने साइबर ठगी में 31 मुकदमें दर्ज किए हैं। चलिए आपको बताते है कि कैसे बच सकते हैं आप -

बता दें कि KYC को फोन के माध्यम से अपडेट नहीं किया जाता है। यह किसी ऑनलाइन लिंक के माध्यम से अपडेट नहीं होता है। इसके लिए बैंक में जाकर ऑफलाइन आवेदन किया जाता हैं। साथ ही आपको यह भी बता दें कि आपका मोबाइल नंबर किसी फोनकर्ता के कहने पर ब्लॉक नहीं होता है। कोई भी मोबाइल नंबर आपका एक्टिवेशन और डीएक्टिवेशन फोन के माध्यम से नहीं होता है।

यह भी पढ़ें - सावधान रहें, पहाड़ों पर कोरोना का फिर से ख़तरा 

Comments