उत्तर नारी डेस्क
पीड़ित, आगंतुक या किसी घटना से जुड़े बच्चे जब थाने में आते हैं तो वह असहज महसूस करते हैं। उनके मन से यही बात निकालने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश के सभी जनपदों के एक-एक थाने में बाल मित्र थाना बनाए जाने के निर्देश पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए हैं। उक्त के क्रम में आज 14 अक्टूबर को चंपावत जिले के थाना टनकपुर में देवेन्द्र पींचा, पुलिस अधीक्षक चम्पावत द्वारा जनपद के पहले बाल मित्र पुलिस थाने का उद्धाटन किया।
उक्त थाने के माध्यम से थाने के नाम से बच्चों के मन में जो असहजता रहती है, वह दूर होगी। यहां बच्चों की बहुत ही प्यार से काउंसलिंग भी की जाएगी। बच्चों को यहां घर जैसा माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। यहां उन्हें खेलने, पढ़ने आदि की सुविधा मिलेगी। आवश्यकता पड़ने पर काउंसलिंग भी की जाएगी। बच्चों को बेहतर माहौल देने के लिए थाने की दीवारों पर कार्टून और परिसर में खेल के सामान भी रखे गए हैं। थाने में बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए प्रेरक प्रसंग वाली पुस्तकें भी उपलब्ध होंगी। साथ ही इस कमरे में पुलिस कर्मी सादे वस्त्रों में मौजूद रहेंगे, ताकि उन्हें देखकर बच्चे असहज महसूस करने की बजाय आराम से बैठ सकें।
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