उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में बीते कई दिनों से बारिश का सिलसिला लगातार जारी था। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश की नदियों का जलस्तर बढ़ गया तो कहीं भूस्खलन हो रहा है। जिस चपेट में आकर 42 लोगों की मौत हो गई। वहीं, नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में 25 लोगों की मौत और 7 लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर जा रहे थे। तभी रास्ते में उनके काफिले को भारी मुसीबत से निकलना पड़ा। दरअसल, पंतनगर से हल्द्वानी आते वक्त शाम करीब 6.30 बजे टांडा जंगल में टांडा बैरियर के पास हाथियों के झुंड से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के काफिले का सामना हुआ। जिसके बाद मुख्यमंत्री के काफिले को रोकना पड़ा। हाथियों का झुंड बीच सड़क में करीब 20 मिनट तक खड़ा रहा। जिसके बाद हाथियों का ये झुंड जंगल की ओर चला गया। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी का काफिला हल्द्वानी की ओर रवाना हो सका। बता दें कि इसके बाद सीएम ने गौला पुल का निरीक्षण किया। साथ ही मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा भी की।
मिली जानकारी के अनुसार हाथियों के झुंड को अचानक गाड़ियों के सामने पाकर एक बार को तो हर कोई डर गया था। इस दौरान सीएम के काफिले में मौजूद सुरक्षा कर्मियों और पुलिस बल के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने फौरन हूटर और हॉर्न बजाकर हाथियों के झुंड का रुख जंगल की ओर किया। इसके बाद ही मुख्यमंत्री धामी का काफिला वहां से निकल सका।