उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन निर्माण का कार्य प्रगति पर है। सीएम धामी के निर्देशानुसार ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके चलते परियोजना में अधिकांश स्थानों पर सुरंगों का निर्माण हो रहा है। परन्तु यह निर्माण कार्य गॉववासियों के लिए किसी खौफ से कम नहीं, नीचे बन रही यह सुरंग ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर रही है।
आपको बता दें यहां सुंरग निर्माण होने से मकानों एवं आंगन में दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। ऐसे में ग्रामीण खौफजदा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मरोड़ा के अलावा घोलतीर में भी रेलवे के कार्य की वजह से लोग परेशान हैं। अभी सुरंग का काम शुरू भी नहीं हुआ है, और कई मकान ढहने की कगार पर पहुंच गए हैं। मकानों एवं आंगन में दरारें पड़ने से वहां रह रहे लोगों में खासा रोष बना हुआ है। तो वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन व रेलेवे बोर्ड से क्षेत्र का मौका मुआयना करने की मांग की है। साथ ही ग्रामीणों ने प्रशासन से उन्हें किसी और जगह विस्थापित करने की भी मांग की है।
उन्होंने कहा कि अभी गांव के निकट सुरंग का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं हुआ है और यह हाल हैं जब भविष्य में सुरंग का निर्माण कार्य शुरू होगा तब और भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। जिसे देखते हुए ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम मनुज गोयल ने उप जिलाधिकारी को भूगर्भीय टीम के साथ जांच करने के निर्देश दिए हैं और कहा कि इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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