उत्तर नारी डेस्क
प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट आज भैया दूज के शुभ अवसर पर समाधि पूजा-प्रक्रिया के पश्चात विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गए। प्रात: 6 बजे पुजारी बागेश लिंग ने केदारनाथ धाम के दिगपाल भगवान भैरवनाथ जी का आह्वान कर धर्माचार्यों की उपस्थिति में स्यंभू शिव लिंग को विभूति तथा शुष्क फूलों से ढक कर समाधि रूप में विराजमान किया। सुबह 8 बजे मुख्य द्वार के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये। कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ धाम से पंच मुखी डोली ने सेना के बैंड बाजों की भक्तमय धुनों के बीच मंदिर की परिक्रमा कर विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ हेतु प्रस्थान किया।
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