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मोहन काला का चुनावी बिगुल, 500 से ज़्यादा बीजेपी-कांग्रेस समर्थकों ने ली उक्रांद की सदस्यता

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने है। जिसके लिए अब बस कुछ ही महीने बचे हैं और सभी पार्टियां जी-जान से युद्धस्तर पर चुनावों की तैयारियों में जुट गई है। साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। वहीं, विगत 23 नवंबर को उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने भाजपा और कांग्रेस की 21 वर्षों की कुनीतियों और कुशासन के ख़िलाफ थैलीसैंण ब्लॉक में विशाल जनसभा का आयोजन किया। जिसका नेतृत्व केंद्रीय कोषाध्यक्ष मोहन काला ने किया है। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने बीजेपी कार्याकाल के दौरान से चली आ रही कुनीतियों की खूब निंदा की और ग्रामीणों को आगाह कर कहा कि राष्ट्रीय पार्टियाँ कभी भी उत्तराखण्ड का विकास नहीं करेंगी, प्रदेश का विकास केवल क्षेत्रीय दल ही कर सकता है। क्यूंकि वह प्रदेश के हर क्षेत्र की समस्याओं से अवगत है और वह जनता की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर काम करेंगे। वहीं, इस रैली में लगभग 225 भाजपा तथा 300 कांग्रेसियों ने यूकेडी का हाथ थमा है।


आपको बता दें कि उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के वक्ताओं ने थैलीसैंण क्षेत्र की जनता को अवगत कराया कि, 21 वर्षों में जो दुर्दशा दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, पलायन और अन्य मूलभूत सुविधाओं की प्रदेश में की है वह सभी के सामने है और जिसका दंश आज पूरा पहाड़ झेल रहा है। वहीं, उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के वक्ताओं ने मूल निवास 1950, हिमाचल जैसा भू-क़ानून, स्थाई राजधानी गैरसैंण, महंगाई, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार, पहाड़ों में हल या खेती करने वाले महिला या पुरुष किसान को भत्ता आदि जैसे अहम मुद्दों पर जनता के समक्ष अपनी बात को रखा। साथ ही यह भी कहा कि अगर इस बार उत्तराखण्ड में उनकी सरकार बनती है तो वह सभी बेरोजगार युवाओं के लिए रोज़गार के द्वार खोल देगी और अगर वह ऐसा नहीं कर पाती है तो वह युवाओं को बेरोज़गारी भत्ता प्रदान करेगी। 

उत्तराखण्ड क्रान्ति दल के केंद्रीय कोषाध्यक्ष मोहन काला ने थैलीसैंण क्षेत्र की जनता को प्रदेश सरकार की ख़ामियों से अवगत कराया और उनसे वादा किया कि अगर श्रीनगर की जनता उन्हें एक बार मौका देती है तो वह मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने के साथ-साथ रोज़गार पर ध्यान देंगे। यही नहीं पहाड़ में ही आयुर्वेदिक दवाइयों की फैक्टरियों के अलावा मिनरल वॉटर प्लांट, जूस-अचार मुरब्बा, बिजली उत्पादन के साथ कई छोटे उद्योग और कुटीर उद्योगो को बढ़ावा देंगे। जिस वजह से युवाओं को रोजगार की तलाश में पलायन नहीं करना पड़ेगा।

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