उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के जल संस्थान विभाग से बड़ी ख़बर है। जहां एक इंजीनियर को जल जीवन मिशन के तहत अपने ही बेटे को ठेके देना भारी पढ़ गया है। जिसके चलते अब उसे अपनी नौकरी तक से हाथ धोना पड़ गया है। वहीं, आरोपी इंजीनियर सहित जल संस्थान के दो इंजीनियरों को भी निलंबित किया गया है। इस संबंध में पेयजल सचिव नितेश झा ने आदेश जारी कर दिये हैं। जिससे पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।
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आपको बता दें, कि पौड़ी सब डिवीजन में तैनात असिस्टेंट इंजीनियर राकेश कुमार वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही बेटे को ठेके दिए हैं। शिकायत मिलते ही इस मामले की जांच जल संस्थान के मुख्य महाप्रबंधक एसके शर्मा ने की। जिनकी जांच में ये पता चला कि राकेश कुमार वर्मा ने अपने बेटे को एक साल के अंदर जल जीवन मिशन की 11 योजनाएं और दो जिला योजनाएं आवंटित की। जिसके बाद ही जांच अधिकारी की सिफारिश पर सचिव ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं, दूसरा मामला उधम सिंह नगर जिले में कार्यरत एग्जीक्यूटिव इंजीनियर तरुण शर्मा का है। जिन पर आरोप है कि वह मेडिकल लीव पर गए और छुट्टी पूरी होने के बाद जब वापस आए तो उन्होंने बिना किसी उच्च अधिकारियों को बताए ही खुद ही चार्ज ग्रहण कर लिया। जिसके बाद तरुण शर्मा को कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
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