उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार 14 फरवरी को मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। 10 मार्च को मतदान की गिनती की जाएगी। जिसके बाद ही तय होगा कि आखिर इस बार उत्तराखण्ड में किस की सरकार सत्ता पर काबिज रहेगी। लेकिन नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस जीत का दावा करते हुए सरकार बनाने की बात कर रही है। पूर्व मुखयमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को साफ कहा कि या तो वो सीएम बनेंगे या घर बैठेंगे, इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। हरीश रावत के इस बयान ने एक बार फिर उत्तराखण्ड की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। मालूम हो कि उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है। हालांकि चुनाव से पूर्व हरदा कई बार सीएम चेहरा घोषित करने की बात कह चुके हैं। अब मतदान के बाद एक बार फिर से हरदा ने वही राग छेड़ दिया है। बता दें, पूर्व मुखयमंत्री हरीश रावत की मीडिया से बातचीत का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें हरदा ने कहा कि, मैं यदि हूं तो अपनी सोच के उत्तराखण्ड का विकास करूंगा। यह जरूर है कि सभी की सोच को समावेशित करूंगा। अब वक्त नहीं है कि केवल पद के लिए मैं अपनी सोच के साथ समझौता कर लूं। उन्होंने कहा कि अब मेरी उम्र यह नहीं रही है कि मैं मैं मैं कह कर कुछ करूं। यह साफ सी बात है कि हरीश रावत या तो मुख्यमंत्री बने या फिर घर बैठूं। मैं पद के लिए सोच के साथ समझौता नहीं कर सकता।
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