उत्तर नारी डेस्क
धर्म नगरी हरिद्वार से एक शर्मनाक घटना सामने आयी है। यहां हरकी पैड़ी स्थित एक रेस्टोरेंट कारोबारी ने उत्तराखण्ड आंदोलनकारियों और आंदोलनकारी महिलाओं और उत्तराखण्ड वासियों की भावनाओ को ठेस पहुचाते हुए उनके लिये गंदे एंव अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इस दौरान रेस्टोरेंट कारोबारी ने यह तक कहा डाला की उत्तराखण्ड और उत्तराखण्डी मेरे प्राइवेट पार्ट पर रखे हैं साले क्या कर लेंगे मेरा।
आपको बता दें ये शर्मनाक घटना बीती शुक्रवार रात तकरीबन 8 बजे की है। जब हरकी पैड़ी स्थित प्रसिद्ध आचार की दुकान पर भाजपा नेता मयनकमूर्ति भट्ट, उत्तराखण्ड क्रान्ति दल महानगर उपाध्यक्ष गौकुल रावत, सुमित अरोड़ा और रिक्की अरोड़ा बैठकर आपस में व्यापार की चर्चा कर रहे थे। ये सभी एक ही जगह के कारोबारी हैं। तभी चर्चा के दौरान चोटीवाला रेस्टोरेंट का मालिक मंजू भी वहां आ गया और उत्तराखण्ड क्रान्ति दल महानगर उपाध्यक्ष गौकुल रावत जो एक पर्वतीय मूल के हैं उनके साथ अभद्रता करने लगा। उक्त अभियुक्त की गौकुल रावत से कोई भी दुश्मनी नही हैं न ही वह गौकुल को व्यक्तिगत गाली दे रहा था बस वह अपने सम्बोधन में उत्तराखण्ड क्रान्ति दल एवं पर्वतीय समाज को माँ बहन की गाली दे रहा था। उसने अपने गंदे सम्बोधन में राज्य आंदोलन के दौरान रामपुर तिराहा कांड में अपमानित हुई आंदोलनकारी महिलाओं को तक नहीं बक्शा। उसने उन महिलाओं तक के लिए यह कह डाला कि उक्त घटना में उन्होंने जो इज्जत गंवाई उसके इनाम स्वरूप उन्हें 20 / 20 लाख रुपये मिले है और जो महिलाएं इस घटना से बच गयी उनके पुरुषों ने अपनी पत्नियों को यह कहा कि तुमने क्यो नही वहां अपनी अस्मिता लुटवाई। अगर तुम भी अस्मिता लूटा देते तो तुमको भी 20 लाख मिल जाते। वह व्यापारी खुलकर समूचे उत्तराखण्ड के लिए अपशब्द बोल रहा था, लेकिन वहां मौजूद सभी व्यापारी तमाशबीन बने हुए थे।
उक्त घटना स्थल पर गौकुल रावत अकेले पर्वतीय समाज के व्यक्ति थे। फिर भी उन्होंने उत्तराखण्ड का अपमान सहन न करते हुए होटल संचालक की बदतमीजी का सामना किया। इस दौरान होटल संचालक हाथापाई करने पर भी उतारू हो गया था। वहां मौके पर मौजूद साथी मयनकमूर्ति भट्ट एंव सुमित अरोड़ा ने मामले को शांत करवाया। आरोपी की हिम्मत इस कदर बढ़ी हुई थी कि उसने अपने अभद्र सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड और उत्तराखण्डी मेरे प्राइवेट पार्ट पर रखे हैं साले क्या कर लेंगे मेरा। मेरे पांच ऐसे-ऐसे होटल हैं बद्रीनाथ और मसूरी में की कोई मेरा कुछ नही बिगाड़ सकता। जिसके बाद वहां मौजूद व्यापारियों ने उक्त आरोपी के खिलाफ हरकी पैड़ी चौकी पर तहरीर दी। लेकिन चौकी इंचार्ज साहब कहीं बाहर गए थे तो कार्यवाही न हो सकी। जिसके बाद उन्होंने सभी साथियों को फोन कर बताया की उक्त बदत्तमीज व्यक्ति ने राज्य आंदोलनकारियों व पर्वतीय समाज की भावनाओ को बीच बाजार में तार-तार किया हैं। अतः इसे सजा दिलाने के लिए हरकी पैड़ी चौकी पर 11:30 बजे प्रातः अधिक से अधिक संख्या में पहुंचे।
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