उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के ऊधमसिंह नगर जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक पिता ने ही अपने साढ़े तीन साल के बेटे को नहर में डुबो-डुबोकर मार डाला। हत्या की वजह सुनकर आप भी सन्न रह जाएंगे। क्योंकि आरोपी पिता बच्चे का महंगा इलाज कराने में असमर्थ था और कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा था, जिससे परेशान होकर उसने घटना को अंजाम दिया। मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख देने वाली यह घटना रुद्रपुर शहर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र की है। पिता ने घटना को अंजाम देकर अपने साढ़े तीन साल के बेटे के शव को अपने पैतृक गांव थाना बहेड़ी स्थित ढकिया नहर में फेंक दिया। हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए पुलभट्टा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवा दी।
आपको बता दें, सिरोली कलां निकट रजा मस्जिद वार्ड नंबर 19 निवासी तारिक पुत्र मो. जाकिर का साढ़े तीन साल के पुत्र शाबान को हीमोफीलिया बीमारी थी। जिस वजह से उसके शरीर से खून निकलने पर रिसाव लगातार जारी रहता था। जिसका इलाज काफी महंगा था। वहीं, बच्चे के इलाज में काफी खर्च कर चुका था। जिस वजह से वह अपनी ट्रक की तीन किश्त 66 हजार रुपये जमा नहीं कर पाया था। वहीं, दो दिन पूर्व भी बीमारी के चलते बच्चे के कान से खून निकलने लगा था। जिसके बाद वह उसे हल्द्वानी दिखाने ले गया। जहां डॉक्टर ने उसे काफी जांच कराने के लिए कहा था। साथ ही बच्चे को दिल्ली के अस्पताल में दिखाने के लिए बोला, जिसमें काफी खर्चा होने वाला था। वहीं, साढ़े तीन साल बेटे शाबान की बीमारी से तंग आकर पिता तारिक ने उसकी हत्या करने का मन बना लिया। 15 फरवरी की सुबह वह बाइक पर बेटे को लेकर घर से घूमने के लिए निकला। इस दौरान उसने अपने पैतृक गांव ढकिया थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश में ले जाकर उसकी नहर में डूबो कर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद उसने उसका शव नहर में ही फेंक दिया। घर लौटने पर जब बच्चा नहीं दिखाई दिया तो उसने बताया कि वह बच्चे को घर के पास छोड़ कर चला गया था। जिसके बाद परेशान मां ने अपने बच्चे की खोजबीन की पर उसका कहीं पता नहीं लगा। 15 फरवरी को ही देर रात लगभग 8 बजे आरोपी द्वारा बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। जिसके बाद पुलिस बच्चे की खोज में जुट गई। जिसके बाद पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो अहम सुराग हाथ लगे।
पिता तारिक सीसीटीवी में बच्चे को लेकर बाहर की तरफ जाता दिखाई दिया तो पुलिस तारिक से मंगलवार रात संपर्क का प्रयास किया। लेकिन तारिक ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। बुधवार तड़के बामुश्किल पुलिस ने तारिक का पता लगाया तो उसके बाद वह लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा। जिससे पुलिस का शक लगातार गहराता चला गया। दोपहर में शव मिलने के बाद तारिक टूट गया और उसने अपने बेटे की हत्या की बात कबूल कर ली। जिसके बाद तारिक की निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया। वहीं, यूपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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