उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में दहेज उत्पीड़न के मामले बढ़ते जा रहें हैं। दहेज प्रथा कों लेकर भले हीं सख्त क़ानून बने हों लेकिन इसके बावजूद भी आए दिन दहेज कों लेकर महिलाओं से उत्पीड़न की ख़बरें सामने आती रहती हैं। इसी क्रम में अब ख़बर खटीमा से है। जहां पुलिस ने दहेज उत्पीड़न के मामले में पति, जेठ एवं जेठानी के विरुद्घ दहेज अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज कर लिया है।
जानकारी अनुसार वार्ड 17 शिव कालोनी निवासी अंशुल गंगवार ने मंगलवार को पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका विवाह मार्च 2019 में उत्तर प्रदेश पीलीभीत जनपद के पचपेड़ा निवासी रमेश गंगवार से हुआ था। आरोप है कि शादी के बाद से उसके पति द्वारा बार-बार उसको छोड़ दिए जाने की धमकी दी जाने लगी। इसके बाद पति, जेठ व जेठानी द्वारा उसे दहेज के लिए मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जाने लगा। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि शादी में उसके माता-पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान-दहेज दिया। उसके बाद ससुराली उस पर दहेज में पांच लाख रुपए और लाने के लिए दबाव बनाते रहे। शादी में मिले व दिए गए सोने के गहने पति ने उससे ले लिए। 16 अगस्त को वह अपने भाई के साथ पेपर देने लखनऊ गई थी। तब पति ने धमकी दी कि यदि मेरे साथ रहना है तो पांच लाख रुपए लेकर आना होगा। उसके बाद से वह अपने मायके में ही रह रही है। इस बीच वह दो बार स्वेच्छा से ससुराल आयी। परंतु उसे वापस कर दिया गया। अब उसका फोन भी उठाना बंद कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश पीलीभीत पचपेड़ा निवासी पति रमेश गंगवार, जेठ नरेश गंगवार व जेठानी किरन गंगवार के विरुद्घ विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की विवेचना शुरू कर दी है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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