उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में वजूद की लड़ाई लड रही उत्तराखण्ड क्रान्ति दल को विधानसभा चुनाव 2022 के बाद चुनाव आयोग ने एक बड़ा झटका दे दिया है। इस पूरे चुनाव में यूकेडी एक सीट भी जीतने में नाकामयाब रही और महज एक फीसदी वोट ही मिल पाए। जिस वजह से प्रदेश के सबसे बड़े क्षेत्रीय दल यूकेडी से उसका चुनाव चिन्ह 'कुर्सी' छिन गया है।
बता दें, उत्तराखण्ड में यूकेडी 2012 तक मान्यता प्राप्त दल के रूप में था। उसके बाद दल की मान्यता समाप्त हो गई। इसके साथ ही दल का चुनाव चिन्ह भी ले लिया गया था। राज्य स्तरीय दल होने की वजह से चुनाव आयोग ने तीन चुनाव के लिए चुनाव चिन्ह कुर्सी अस्थाई रूप से दिया गया था, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव व 2017 तथा 2022 के चुनाव लडने के वाबजूद यूकेडी आयोग की शर्तें पूरी नहीं कर सका। अब आयोग ने यूकेडी के चुनाव चिन्ह कुर्सी को रिर्जव में डाल दिया है।
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