उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड समेत देश के लिए एक दुःखद ख़बर है। देवभूमि ने अपना एक और जांबाज को खो दिया। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी धमाके में सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी जवान राजेन्द्र सिंह शहीद हो गए। वह मूल रूप से देवप्रयाग के ग्राम कोटी निवासी थे। जानकारी मिली है कि उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच गया है। जैसे ही देवप्रयाग की सीमा में तिरंगे में लिपटा जवान का शव लेकर मिलिट्री वाहन ने प्रवेश किया, वैसे ही राजेन्द्र सिंह अमर रहें और भारत माता की जय के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। शहीद जवान का गांव में शव आते ही मातम छा गया। माहौल पूरी तरह गमगीन था। परिजनों के चीत्कार से उपस्थित लोगों के आंखें नम हो गई थी।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने नारायणपुर जिले के सोनपुर इलाके के ढ़ोगरीबेड़ी में आईईडी लगाया हुआ था। यहां सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए निकले आइटीबीपी के 53वीं बटालियन के जवान रूटीन गश्त कर रहे थे। इस दौरान पहले से प्लांट किए आईईडी को नक्सलियों ने ब्लास्ट कर दिया। धमाके की चपेट में आने से एएसआई राजेंद्र सिंह की मौत हो गई। जबकि हेड कांस्टेबल महेश बुरी तरह से घायल है। फिलहाल अस्पताल में उनका चल रहा है। वहीं, घटनास्थल पर पर पहुंचे एसपी सदानंद कुमार और नक्सल ऑपरेशन एसपी अक्षय ने कहा, नक्सलियों के पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। साथ ही इलाके में अन्य आईईडी होने की शंका के चलते इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है। वहीं, घटनास्थल पर पर पहुंचे एसपी सदानंद कुमार और नक्सल ऑपरेशन एसपी अक्षय ने कहा, नक्सलियों के पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। साथ ही इलाके में अन्य आईईडी होने की शंका के चलते इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है।
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