उत्तर नारी डेस्क

दरअसल, बीते शनिवार 16 अप्रैल को बागेश्वर जिले में स्थित सात गांव में शादी की तैयारी चल रही थी। रविवार को बारात आनी थी। जिसके चलते दुल्हन के घरवाले और रिश्तेदार शादी की तैयारी में लगे हुए थे, तो वहीं दुल्हन भी अपनी सहेलियों के साथ शादी से पहली रात डांस कर रही थी। लेकिन डांस करने के बाद देर रात को दुल्हन अचानक अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। ये खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। जब घर वालों को इसकी सूचना मिली तो उनके होश उड़ गए। इधर परिजन दुल्हन को ढूंढ रहे थे कि उन्हें मंगलवार को सूचना मिली की दुल्हन ने अपने प्रेमी के साथ सोमेश्वर के खड़केश्वर शिव मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार विवाह कर लिया है। इस वैवाहिक कार्यक्रम में दूल्हा पक्ष के लोग तो मौजूद रहे, लेकिन दुल्हन पक्ष से कोई मौजूद नहीं था।
बता दें, विवाह के बाद दूल्हा बलवंत सिंह टंगड़िया ने कहा कि वह और उसकी प्रेमिका पिछले 6 साल से एक-दूसरे को प्यार करते हैं, लेकिन उसके घर वाले विवाह के लिए सहमत नहीं हो रहे थे। वहीं, दुल्हन का भी यही कहना है कि वो भी पिछले 6 सालों से बलवंत से प्यार करती है और उसी से शादी करना चाहती थी, इसलिए वह घर से भाग गई। दोनों ने बताया कि अब विवाह करने के बाद वह खुश हैं। इस चर्चित वैवाहिक कार्यक्रम को आचार्य हरीश चंद्र लोहनी ने कराया। दया देवी और ध्यान सिंह ने कन्यादान की रस्म निभाई। दूल्हा पक्ष की ओर से दूल्हे के परिजन हरीश सिंह टंगड़िया, मनोज टंगड़िया, मोहन सिंह रावत, भूलगांव के प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे। इधर क्षेत्र में यह विवाह खूब चर्चा का विषय बना हुआ है।
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