उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में दिन ब दिन हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। जिससे किसानों का काफी हानि का सामना करना पड़ रहा हैं। हाथियों के आबादी वाले क्षेत्र में आमद बढ़ने के कारण ग्रामीण खौफजदा हैं। ताज़ा मामला श्यामपुर न्याय पंचायत क्षेत्र का है। जहां वन्य जीवों के आतंक और से हिंसक जानवरों के खुलेआम घूमने से ग्रामीण भयभीत हैं। वहीं, सूचना मिलने के बाद भी श्यामपुर खदरी क्षेत्र में वन विभाग की ओर से रात्रि गश्त नहीं की जा रही है।
बता दें, राजाजी टाइगर रिजर्व की सीमा से सटे गांव खदरी खड़क माफ में वन्य जीवों की अचानक आमद बढ़ गई। जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल हैं। वहीं, जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य एवं स्थानीय कृषक विनोद जुगलान ने बताया कि खादर के 22 बीघा क्षेत्र में वन्य जीवों की आमद लगातार बनी हुई है। जिस वजह से गेहूं की बुआई और अब तक कई बीघा फसल वन्य जीवों द्वारा बर्बाद हो चुकी है। जिसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को समय समय पर दी जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी वन कर्मियों द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है और ना ही रात्रि गश्त। उन्होंने आगे बताया कि बीती रात को वह खेत में फसल की सुरक्षा को लेकर पहरा दे रहे थे तो तभी उन्हें गुलदार की आवाज आई जिस वजह से उन्हें खेत से वापस आना पड़ा। जब अगले दिन सुबह खेत में जाकर देखा तो जंगली हाथी ने सुरक्षा बाड़ तोड़कर मंडाई के लिए रखी गेहूं की फसल को नष्ट कर दिया था। खदरी के निहत्थे ग्रामीण और किसान गुलदार के भय से खेतों में जाने से डर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीती रात हाथियों ने कई किसानों की फसल को बर्बाद कर दिया। वहीं, वन विभाग द्वारा उनकी फसलों को सुरक्षा न दिये जाने के कारण किसानों में रोष है।
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