उत्तर नारी डेस्क
अगर आपके घर में कुत्ता है या फिर आपको कुत्ता पालने का शौक है तो ये ख़बर आपके लिए ही है। कुत्ता पालने के लिए अब लाइसेंस लेना ज़रूरी है और ऐसा ना करने पर आपको जुर्माना देना पड़ सकता है। अब इसी कड़ी में पालतू कुत्ते का लाइसेंस बनान और भी आसान हो गया है। आपको बता दें पालतू कुत्ते का लाइसेंस न बनाने वालों को अब नगर निगम दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। क्यूंकि नगर निगम ने लाइसेंस बनाने के लिए अब आनलाइन सेवा आरंभ कर दी है। सेवा बीते एक हफ्ते से ट्रायल पर चल रही थी, जिसकी अधिकारिक शुरुआत महापौर सुनील उनियाल गामा ने अपने कार्यालय में की है।
बताते चलें पहले ही दिन 300 कुत्तों के लाइसेंस आनलाइन बनाए गए। बताया गया कि जिन व्यक्तियों ने बीते एक हफ्ते में आवेदन किया था, उनके लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं। नगर निगम ने लाइसेंस बनाने के लिए आमजन को 15 मई तक का वक्त दिया है, इसके बाद जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
चेतावनी के बावजूद भी पालतू कुत्ते का पंजीकरण नहीं करवा रहे लोग
देहरादून नगर निगम की ओर से बार-बार चेतावनी देने के बाद भी देहरादून के लोग अपने पालतू कुत्ते का पंजीकरण नहीं करवा रहे हैं। इतना ही नहीं, जिन्होंने पिछले साल पंजीकरण कराया था, उन्होंने इस बार नवीनीकरण नहीं करवाया है। पिछले साल देहरादून में करीबन 4 हजार कुत्तों का पंजीकरण हुआ था, जिसमें से इस साल सिर्फ 800 कुत्तों का नवीनीकरण किया गया है। वहीं, अब लोगों की लापरवाही को देखते हुए निगम ने आगामी हफ्ते से कुत्ता मालिकों पर जुर्माने की कार्यवाही के लिए 4 टीम गठित की थी। जिसका असर यह हुआ कि 22 अप्रैल तक निगम से कुल 7500 कुत्तों का पंजीकरण कर लाइसेंस बनाया जा चुका है। अब तक निगम में सिर्फ मैनपुअल लाइसेंस जारी किया जा रहा था, लेकिन शुक्रवार से आनलाइन सेवा शुरू कर दी गई। 15 मई के बाद निगम की टीमें शहर में घूमकर पालतू कुत्तों की तलाश करेंगी और पंजीकरण नहीं होने पर संबंधित मालिक से 500 रूपये का जुर्माना वसूला जाएगा। जबकि दूसरी बार पकड़े जाने पर 5000 रुपये का जुर्माना और तीसरी बार में सीधा मुकदमे की कार्यवाही होगी।
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