Uttarnari header

uttarnari

स्कूल वैन में चालक-परिचालक मासूम से करते थे अश्लील हरकत, अब हुई 7 साल की सजा

उत्तर नारी डेस्क 

अपर सत्र न्यायाधीश, स्पेशल जज पॉक्सो नंदन सिंह की अदालत में हल्द्वानी के हीरानगर स्थित एक स्कूल में नर्सरी में पढ़ने वाली साढ़े तीन साल की मासूम को न्याय दिया है। अदालत ने मासूम के साथ शर्मनाक हरकत करने वाले केवीएम स्कूल के चालक-परिचालक को दोषी करार देते हुए 7-7 साल का कठोर कारावास और 60-60 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। पूरे मामले में कोर्ट ने 14 गवाहों के बयान और साक्ष्य के आधार पर सजा सुनाई है। 

शासकीय अधिवक्ता नवीन चंद्र जोशी ने बताया कि स्कूल वैन के चालक रतन सिंह निवासी पनियाली मुखानी और परिचालक प्रदीप जोशी मूल निवासी गरुण जैंती अल्मोड़ा और हॉल मुखानी, काठगोदाम थाना क्षेत्र की मासूम बच्ची के साथ अश्लील हरकत करते थे। बच्ची को स्कूल लाने और घर छोड़ते वक्त यह हरकतें की जाती थी। 20 सितंबर 2018 को मासूम के शरीर में दर्द होने लगा, जिसके चलते परिजन उसको नैनीताल रोड स्थित नर्सिंग होम में ले गए, जहां महिला चिकित्सक ने उसका चेकअप किया। जिसके बाद  स्कूल वैन के चालक-परिचालक की करतूत उजागर हुई थी। पूरे मामले में परिजनों ने समाज के डर से जब पुलिस में तहरीर नहीं दी तो मासूम को इंसाफ दिलाने के लिए महिला डॉक्टर के पति कैप्टन (रिटायर्ड) अनिल गुप्ता ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियो को गिरफ्तार किया था। तब से यह मामला कोर्ट में चल रहा था। पूरे मामले में उन्होंने 14 गवाह और साक्ष्य पेश किए। जिसके आधार पर अपर सत्र न्यायाधीश स्पेशल जज पॉक्सो नंदन सिंह की कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 7-7 साल की सजा और 60-60 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। 

बता दें, जैसे ही काठगोदाम थाने में साढ़े तीन साल की मासूम के साथ दरंदिगी का ये मामला पहुंचा वहां दिन भर लोगों का जमावड़ा लगा रहा था। जिसके बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष कमाल हसन ने मासूम पीड़िता के परिजनों से तत्काल तहरीर देने को कहा था ताकि मुकदमा दर्ज किया जा सके। काउंसलिंग के लिए एनजीओ से जुड़ी महिलाएं और बाद में महिला हेल्पलाइन की प्रभारी लता बिष्ट भी पहुंची थी। हालांकि, रात में तिकोनिया निवासी चिकित्सक डा. अनिल कुमार गुप्ता ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस से लेकर शहर के लोगों ने भी उनकी खूब सराहना की थी। मासूम को न्याय दिलाने में उनकी भी अहम भूमिका रही।

यह भी पढ़ें - घायलावस्था में मिला दुर्लभ प्रजाति का सफेद उल्लू, लोगों की जुटी भीड़ 


Comments