उत्तर नारी डेस्क

बता दें, चंपावत सीट से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ताल ठोक रहे हैं। वह कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट कांग्रेस के भुवन सिंह कापड़ी से हार गए थे। हालांकि भाजपा विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही और लगातार दूसरी बार उत्तराखण्ड में सरकार बनाने का इतिहास भी रचा। जीत का श्रेय पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व को दिया गया और यही वजह है कि भाजपा ने हार के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद किसी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़कर विधानसभा की सदस्यता लेनी अनिवार्य थी जिसे चलते चंपावत विधानसभा सीट से विधायक कैलाश गहतोड़ी ने मुख्यमंत्री के उपचुनाव के लिए विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा पार्टी की ओर से चंपावत विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी होंगे। वहीं, चंपावत उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है। इसके साथ ही उपचुनाव की तिथि की घोषणा होते ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। भाजपा के मीडिया प्रभारी मोहन अधिकारी का कहना है कि पार्टी ने उपचुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है और पार्टी पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव में भाजपा रिकार्ड जीत दर्ज करते हुए सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त करेगी। हालाँकि, कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवार का एलान नहीं किया है। अलबत्ता कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन सिंह कठायत का कहना है कि पार्टी पूरी ताकत से उप चुनाव में कूदेगी।
96016 वोटर करेंगे भाग्य का फैसला
31 मई को होने वाले उपचुनाव में 96016 वोटर 151 बूथों में तमाम प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी एनएस मेहरा का कहना है कि चंपावत सीट में 50057 पुरुष और 45959 महिला मतदाता हैं।
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