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चारधाम यात्रा में मौत का सिलसिला जारी, 24 घंटों में 7 तीर्थयात्रियों की मौत

उत्तर नारी डेस्क

पिछले कुछ दिनों से चार धाम यात्राओं की शुरूआत हो चुकी है और लोग अपनी श्रृद्धा के लिए उत्तराखण्ड के लिए रवाना हो रहे हैं। लेकिन एक चिंता का सबब भी लगातार बना हुआ है। दरअसल तीर्थयात्रियों की लगातार हृदय गति रुकने से मौत हो रही है। बता दें, चारधाम यात्रा में अब तक 56 लोगों की जान जा चुकी है जिसमें से 54 की मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना पाया गया है। वहीं, अब बीते 24 घंटों में चारधाम यात्रा पर आए सात तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गयी है।

बता दें, शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम के दर्शन और बद्रीविशाल का आशीर्वाद लेकर जोशीमठ लौटे 58 वर्षीय भानु भाई निवासी सूरत, बद्रीविशाल के दर्शन करने आई 55 वर्षीय वीणा बेन निवासी गुजरात की तबीयत खराब होने के बाद उनकी मौत हो गयी। इससे पहले कि परिजनों उन्हें अस्पताल लेकर जाते की दोनों ने पहले ही दम तोड़ दिया था। वहीं, सीएमओ डॉ एसपी कुड़ियाल ने आशंका जताई है कि दोनों की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। वहीं केदारनाथ धाम में भी दो यात्रियों का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। सीएमओ डॉ बीके शुक्ला के अनुसार, एक 60 वर्षीय प्रदीप कुमार कुलकर्णी निवासी पुणे और 57 वर्षीय बंशीलाल निवासी मध्य प्रदेश केदारनाथ धाम पहुंचे थे। दोनों को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। केदारनाथ में अभी तक 23 यात्रियों की मौत हो चुकी है। इसमें चारधाम यात्रा से लौटे उत्तरप्रदेश के गोरखपुर निवासी 65 वर्षीय अवधेश नारायण तिवारी पुत्र शिव प्रसाद तिवारी की हालत मुनिकीरेती में गंगा स्नान के बाद बिगड़ी। वहीं ग्राम मध्य प्रदेश से आए 22 यात्रियों के दल में शामिल 49 वर्षीय सौरम बाई पत्नी अमर सिंह निवासी पीपल्दा धार की हालत खराब हुई। दोनों एसपीएस अस्पताल लाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं बृहस्पतिवार देर रात बस के पास बेहोश मिले 58 वर्षीय उमेश दास जोशी पुत्र विट्ठलदास राघव जोशी निवासी मलाड, मुंबई को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ऐसे मामले लगातार चिंता बढ़ा रहे हैं। ऐसे में आप सभी से अपील है कि आप लोग अपना स्वास्थ्य चेकअप करा कर ही यात्रा करें।

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