उत्तर नारी डेस्क

बता दें, तरन्नुम कुरैशी अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में कुरैशियान मोहल्ला की रहने वाली है। तरन्नुम ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की थी। जिसके बाद उन्होंने राजकीय महाविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। वह एनसीसी की कुशल कैडेट भी रही। स्व. अहमद बक्श व स्व. नफीसा खातून की आठवीं संतान तरन्नुम को बचपन से ही सेना में भर्ती हो देश सेवा का शौक था। इसके लिए उसने कड़ी मेहनत भी की। तरन्नुम ने बताया कि बचपन में पहले माता पिता व उनके निधन के बाद दोनों भाइयों ने उसे सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित किया। तरन्नुम की भर्ती 2017 में हो गई थी। लेकिन कोरोना के कारण 2021 में ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया। 167वें बैच में 600 कैडेटों का चयन हुआ, इसमें 77 बालिकाएं थीं। वहीं, तरन्नुम का दावा है कि उत्तराखण्ड से मात्र उन्हीं का चयन हुआ है। वह 6 महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद घर आई हैं। उन्हें अब जोधपुर में तैनाती मिल जाएगी।
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