उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की चंपावत विधानसभा के उपचुनाव में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल कर इतिहास रचा है। जहां उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी सहित सपा प्रत्याशी मनोज कुमार और निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गरकोटी को पछाड़ते हुए 54000 से अधिक वोटों से जीत का परचम लहराया है। जानकारी अनुसार सीएम पुष्कर ने वोटों की गिनती के पहले ही राउंड में बढ़त बना ली थी 13 चरणों में हुई मतगणना के बाद धामी ने कांग्रेस प्रत्याशी को भारी मतों से हरा दिया। बीजेपी उम्मीदवार सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 54 हजार 121 वोटों से जीत दर्ज की। उपचुनाव के लिए 13वें राउंड तक हुई काउंटिंग में कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोडी को-3147, बीजेपी प्रत्याशी पुष्कर धामी को 57268, सपा प्रत्याशी मनोज कुमार को 409, निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गरकोटी को 399 और नोटा के हिस्से में 372 मत आए।
आपको बता दे कि चंपावत विधानसभा उपचुनाव के रूप में पांचवीं विधानसभा का पहला उपचुनाव है। अब तक जितने भी मुख्यमंत्री उपचुनाव लड़ विधानसभा की चौखट में दाखिल हुए हैं। उनमें सबसे ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतने का रिकार्ड कांग्रेस के तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा के नाम था।
क्योकि 2012 में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने सितारगंज विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के प्रकाश पंत को 40154 मतों के भारी अंतर से हराया था। जिसका सारा रिकॉर्ड अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तोड़ दिया है।
बताते चलें कि चंपावत विधानसभा उपचुनाव में सीएम धामी का जीत दर्ज करना बेहद जरूरी था। क्यूंकि राज्य में इसी वर्ष हुए विधानसभा के आम चुनाव में 70 में से 47 सीटें जीतकर भाजपा ने एक नया रिकॉर्ड तो बना लिया था लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा से हार गए थे। इस हार के बावजूद पार्टी आलाकमान ने उन पर भरोसा जताते हुए , उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज किया था। धामी ने 23 मार्च को लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने के अंदर विधायक बनना है, इसलिए चंपावत विधानसभा का उपचुनाव उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर काफी महत्वपूर्ण हो गया
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