उत्तर नारी डेस्क
क्या है पूरी वारदात?
वारदात उदयपुर शहर के धानमंडी थाना क्षेत्र की मालदीस स्ट्रीट की है। कन्हैया लाल साहू नाम का एक शख्स यहां टेलर की दुकान चलाता है। उसके बेटे ने भारतीय जनता पार्टी नेत्री रहीं नूपुर शर्मा के पक्ष में एक पोस्ट किया था। इसके बाद से कन्हैया लाल को धमकी मिल रही थी। इन धमकियों की वजह से उसने पांच दिन तक दुकान भी बंद रखी थी। 28 जून यानी मंगलवार को जैसे ही कन्हैया लाल ने दुकान खोली तो दो शख्स उसके पास पहुंचे। नाप लेने के दौरान ही अचानक से कन्हैया लाल पर खौफनाक हमला बोल दिया और टेलर की गर्दन धड़ से अलग कर दी गई। कत्ल करने के बाद कातिलों ने अपना नाम मुहम्मद रियाज़ औऱ मुहम्मद गौस बताते हुए हत्या की बात कबूली और उसका वीडियो भी बनाया। वारदात के बाद पूरे देश में हिन्दूवादी संगठनों में आक्रोश फैल गया है। बुधवार को इसकी आंच कोटद्वार में भी महसूस की गई। यहां लैंसडाउन विधायक व सिद्धबली मंदिर के महंत दिलीप रावत के नेतृत्व में विभिन्न हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने आक्रोश रैली निकाल तहसील परिसर पहुंचे। यहां महंत दिलीप रावत ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि कन्हैया लाल ने सिर्फ एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की थी। जिसके बाद उसे जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गयी। जिसके संबंध में उसने पुलिस को इसकी शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। जिसका परिणाम है कि एक समुदाय के युवकों ने कन्हैया की निर्मम हत्या कर दी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि राजस्थान में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए और गुनाहगारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
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