उत्तर नारी डेस्क
घटना कल देर शाम की है जब सरथेडी, शाहजहांपुर निवासी संजय दौड़े-दौड़े भगवानपुर थाने पहुंचे और खुद के साथ नौकरी दिलाने के नाम पर हुई 7 लाख रुपए की धोखाधड़ी की आपबीती कोतवाल साहब को सुनाई। एक्चुलि इन सज्जन के साथ कुछ यूं हुआ कि इनके ही किसी परिचित ने बुद्धि के खेल "शतरंज" में प्यादे की एक बेहतरीन चाल चलते हुए इनको नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर इनकी खून पसीने की लाखों रुपए की कमाई की ठगी कर डाली और चतुराई के साथ अपने खेल को आगे बढ़ाने लगे।
अब खेल "शतरंज" का था तो "बुद्धिमान" कोतवाल साहब कहां पीछे रहने वाले थे तुरंत अपने बाकी मोहरों को आगे करते हुए घोड़े की ऐसी "ढैय्या" चली कि लोगों को अपने झांसे में लेने वाला संजीव शर्मा उर्फ सोनू निवासी फकरेड़ी, भलसवागाज घिर गया, उसको न सिर्फ चेक हुई बल्कि चैक-मेट ही हो गई। अब परेशान है कि यहां कारागार में मेरे साथ कौन खेलेगा।
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