उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के होनहार युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। अपनी मेहनत और लगन से नित नई कामयाबी हासिल कर समूचे प्रदेश को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान कर रहे है। आज हम आपको प्रदेश के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसका चयन इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) में वैज्ञानिक पद पर हो गया है। बता दें, मूल रूप से हल्दूचौड़ के दीना गांव निवासी स्वर्गीय भरत नंदन जोशी के सुपुत्र वैभव जोशी इसरो में वैज्ञानिक बन गए हैं। वैभव की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
बता दें, वैभव जोशी बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे है। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक और आईएसआई कोलकाता से एमटेक की डिग्री हासिल करने के बाद अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। वर्तमान में वैभव की माता उमा जोशी पंतनगर यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट डिपार्टमेंट के डिस्पैच सेक्शन में कार्यरत हैं। वैभव अपनी माता के साथ पंतनगर विश्वविद्यालय परिसर में रहते हैं। उनके पिता भरत नंदन जोशी का 3 वर्ष पहले निधन हो गया था। बड़े भाई तुषार जोशी चंडीगढ़ की एक बड़ी कंपनी में सेवारत हैं। वैभव जोशी लालकुआं निवासी कांग्रेस नेत्री बीना जोशी एवं शेखर जोशी के भतीजे हैं। मां उमा जोशी ने ही उनकी अच्छी खासी परवरिश कर उन्हें सफलता के इस मंच तक पहुंचाया है। उनकी कामयाबी के बाद क्षेत्र में खुशी का माहौल है और परिचितों का घर पर बधाई देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
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