पंडित राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
षष्ठी, कृष्ण पक्ष,
आषाढ़
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि------------- षष्ठी 22:17:48 तक
पक्ष------------------------- कृष्ण
नक्षत्र----------- धनिष्ठा 05:54:47
नक्षत्र-------- शतभिषा 28:52:01
योग--------- विश्कुम्भ 10:50:18
करण-------------- गर 11:13:07
करण----------- वणिज 22:17:48
वार------------------------ रविवार
माह------------ मिथुने$र्क:आषाढ 5गते
चन्द्र राशि------------------- कुम्भ
सूर्य राशि------------------- मिथुन
रितु------------------------- ग्रीष्म
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर-----------------------नल
संवत्सर (उत्तर)-----------------नल
विक्रम संवत---------------- 2079
विक्रम संवत (कर्तक)--------- 2078
शक संवत------------------ 1944
कोटद्वार उत्तराखड
सूर्योदय--------------- 05:25:20
सूर्यास्त---------------- 19:15:49
दिन काल------------- 13:50:29
रात्री काल------------- 10:09:41
चंद्रास्त--------------- 10:26:45
चंद्रोदय---------------- 23:51:06
लग्न---- मिथुन 3°33' , 63°33'
सूर्य नक्षत्र----------------- मृगशिरा
चन्द्र नक्षत्र------------------ धनिष्ठा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
गे----धनिष्ठा 05:54:47
गो---- शतभिषा 11:35:05
सा---- शतभिषा 17:18:00
सी---- शतभिषा 23:03:38
सू---- शतभिषा 28:52:01
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
🔯ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद🕉️
==========================
सूर्य=मिथुन 03:12 मृगशिरा , 4 की
चन्द्र = कुम्भ 06°23 , धनिष्ठा , 4 गे
बुध =वृषभ 10 ° 07' रोहिणी ' 1 ओ
शुक्र=वृषभ 01°05, कृतिका ' 2 ई
मंगल=मीन 24°30 ' रेवती ' 3 च
गुरु=मीन 11°30 ' उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 01°33 ' उ o भा o ' 3 गु
राहू=(व) मेष 26°0' भरणी , 4 लो
केतु=(व) तुला 26°30 विशाखा , 2 तू
🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩
राहू काल 17:32 - 19:16 अशुभ
यम घंटा 12:21 - 14:04 अशुभ
गुली काल 15:48 - 17: 32अशुभ
अभिजित 11:53 -12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 17:25 - 18:20 अशुभ
🔯पंचक अहोरात्र अशुभ🔯
🔯चोघडिया, दिन🔯
उद्वेग 05:25 - 07:09 अशुभ
चर 07:09 - 08:53 शुभ
लाभ 08:53 - 10:37 शुभ
अमृत 10:37 - 12:21 शुभ
काल 12:21 - 14:04 अशुभ
शुभ 14:04 - 15:48 शुभ
रोग 15:48 - 17:32 अशुभ
उद्वेग 17:32 - 19:16 अशुभ
🕉️चोघडिया, रात🔯
शुभ 19:16 - 20:32 शुभ
अमृत 20:32 - 21:48 शुभ
चर 21:48 - 23:04 शुभ
रोग 23:04 - 24:21 अशुभ
काल 24:21 - 25:37 अशुभ
लाभ 25:37 - 26:53 शुभ
उद्वेग 26:53 - 28:09 अशुभ
शुभ 28:09 - 29:26 शुभ
🕉️होरा, दिन🕉️
सूर्य 05:25 - 06:35
शुक्र 06:35 - 07:44
बुध 07:44 - 08:53
चन्द्र 08:53 - 10:02
शनि 10:02 - 11:11
बृहस्पति 11:11 - 12:21
मंगल 12:21 - 13:30
सूर्य 13:30 - 14:39
शुक्र 14:39 - 15:48
बुध 15:48 - 16:57
चन्द्र 16:57 - 18:07
शनि 18:07 - 19:16
🕉️होरा, रात🕉️
बृहस्पति 19:16 - 20:07
मंगल 20:07 - 20:57
सूर्य 20:57 - 21:48
शुक्र 21:48 - 22:39
बुध 22:39 - 23:30
चन्द्र 23:30 - 24:21
शनि 24:21 - 25:11
बृहस्पति 25:11 - 26:02
मंगल 26:02 - 26:53
सूर्य 26:53 - 27:44
शुक्र 27:44 - 28:35
बुध 28:35 - 29:26
🕉️ उदयलग्न प्रवेशकाल 🕉️
मिथुन > 04:30 से 06:50 तक
कर्क > 06:50 से 09:10 तक
सिंह > 09:10 से 11:14 तक
कन्या > 11:14 से 13:30 तक
तुला > 13:30 से 15:45 तक
वृश्चिक > 15:45 से 18:00 तक
धनु > 18:00 से 20:06 तक
मकर > 20:06 से 21:52 तक
कुम्भ > 21:52 से 23:26 तक
मीन > 23:26 से 00:52 तक
मेष > 00:052 से 02:40 तक
वृषभ > 02:40 से 04:30 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 6 + 1 + 1 = 32 ÷ 4 = 3 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति छत हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:
21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
रात्रि 21:15 से प्रारम्भ
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
पंचक अहोरात्र
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
अपुत्रस्य गृहं शून्यं दिशः शुन्यास्त्वबांधवाः ।
मूर्खस्य हृदयं शून्यं सर्वशून्या दरिद्रता ।।
।। चा o नीo।।
जिस व्यक्ति के पुत्र नहीं है उसका घर उजाड़ है. जिसे कोई सम्बन्धी नहीं है उसकी सभी दिशाए उजाड़ है. मुर्ख व्यक्ति का ह्रदय उजाड़ है. निर्धन व्यक्ति का सब कुछ उजाड़ है.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: श्रद्धात्रयविभागयोग अo-17
दातव्यमिति यद्दानं दीयतेऽनुपकारिणे।,
देशे काले च पात्रे च तद्दानं सात्त्विकं स्मृतम्॥,
दान देना ही कर्तव्य है- ऐसे भाव से जो दान देश तथा काल (जिस देश-काल में जिस वस्तु का अभाव हो, वही देश-काल, उस वस्तु द्वारा प्राणियों की सेवा करने के लिए योग्य समझा जाता है।,) और पात्र के (भूखे, अनाथ, दुःखी, रोगी और असमर्थ तथा भिक्षुक आदि तो अन्न, वस्त्र और ओषधि एवं जिस वस्तु का जिसके पास अभाव हो, उस वस्तु द्वारा सेवा करने के लिए योग्य पात्र समझे जाते हैं और श्रेष्ठ आचरणों वाले विद्वान् ब्राह्मणजन धनादि सब प्रकार के पदार्थों द्वारा सेवा करने के लिए योग्य पात्र समझे जाते हैं।,) प्राप्त होने पर उपकार न करने वाले के प्रति दिया जाता है, वह दान सात्त्विक कहा गया है॥,20॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।
🐂वृष
आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।
👫मिथुन
कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।
🦀कर्क
जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा।
🐅सिंह
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।
🙍♀️कन्या
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।
⚖️तुला
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।
🦂वृश्चिक
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।
🏹धनु
वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें
🐊मकर
वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।
🍯कुंभ
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।
🐟मीन
बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।
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