उत्तर नारी डेस्क
दहेज के लिए ससुराल वालों द्वारा एक महिला का जबरन गर्भपात कराए जाने का मामला सामने आया है। ये मामला धर्मनगरी हरिद्वार का है। यहां पीड़िता इंसाफ मांगते हुए पुलिस की शरण में पहुंची लेकिन वहां से निराशा हाथ लगने के बाद परेशान विवाहिता के पिता ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर कोतवाली हरिद्वार पुलिस ने विवाहिता के पति समेत कई लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और जबरन गर्भपात कराने का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में श्रीरामकुमार सेवा सदन भीमगोड़ा निवासी श्रीनिवास तिवारी ने बताया कि उसकी बेटी की शादी अनुराग शुक्ल निवासी विद्यापीठ शिवनगर निकट गंगा डेली भूपतवाला के साथ वर्ष 2020 में हुई थी। दहेज में कार और सामान के साथ ही साढ़े पांच लाख रुपए नकद दिए थे। आरोप है कि शादी के बाद पति अनुराग शुक्ल, ससुर चंद्र भूषण शुक्ल, सास अशोकलता, जेठ अभिषेक शुक्ल, देवर आलोक शुक्ल कम दहेज की मांग को लेकर उसकी बेटी का उत्पीड़न करने लगे थे। आरोप है कि पिछले साल अक्टूबर में उसकी बेटी को पति और ससुरालियों ने शरीर में कमजोरी बताकर जबरन गर्भ गिराने वाली गोली खिला दी, जिससे कुछ समय बाद उसका गर्भपात हो गया। अक्टूबर में फिर से गर्भवती होने पर भी विरोध किया गया और जबरन उसका अबॉर्शन करा दिया। इसके बाद भी लगातार दहेज के लिए प्रताड़ित करते रहे। जिससे परेशान होकर पीड़िता ने स्थानीय पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। वहीं, कोर्ट ने मामले को अति गंभीर बताते हुए शहर कोतवाली पुलिस को फटकार लगाई। साथ ही इस मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए। कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर ससुराल पक्ष के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी गई है।
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