उत्तर नारी डेस्क
रविवार को उत्तराखण्ड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें चारा पत्ती का गठ्ठर लादे एक महिला को पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने घेर रखा है और महिला पुलिसकर्मी जबरन महिला के चारा पत्ती के गठ्ठर को उतारने की कोशिश कर रही है। वहीं, पुलिस ने डंपिंग जोन को प्रतिबंधित बताते हुए यहां से चारा पत्ती न लेने को कहा जबकि महिलाओं ने कहा कि यह उनकी चारापत्ती की भूमि है और यहीं से लेकर जाएंगे। इसके बाद जवानों ने चारों मंदोधरी देवी, लीला देवी, संगीता भंडारी और विपिन भंडारी को वाहन में बैठने के लिए कहा, जिसके बाद उनमें तीखी झड़प हो गयी। जवानों ने उनसे जबरन चारा पत्ती के गठ्ठर छीने और उनको जोशीमठ थाने लाया गया। महिलाओं का आरोप है कि उनको जबरन छह घंटे तक पुलिस वाहन और थाने में बिठाने के बाद 250-250 रुपये का चालान कर छोड़ा गया। वहीं, वीडियो वायरल होते ही पुलिस और सीआईएसएफ के रवैए पर सवाल उठने लगे।
बता दें, उत्तराखण्ड क्रांति दल ने कोटद्वार के उप जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जनपद चमोली के हेलंग गांव में ग्रामीण महिलाओं के साथ पुलिस बल द्वारा अभद्रतापूर्ण व्यवहार किए जाने के व दुगड्डा क्षेत्र में गुलदार द्वारा महिला की हत्या के संदर्भ मे ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि वहां गांव की कुछ महिलाएं अपने पालतू पशुओं के लिए हरा चारा काट कर ले जा रही थी। उत्तराखण्ड पुलिस के कुछ जवानों एवं अधिकारियों के द्वारा उनके साथ ना केवल अभद्रता की गई बल्कि उनका चारा भी छीन लिया गया एवं उनके साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने के साथ-साथ उन्हें घंटों तक थाने में बिठा कर प्रताड़ित किया गया और अन्त में उनका अपराधिक धाराओं के अन्तर्गत चालान काटे जाने के बाद उन्हें छोड़ा गया।
महोदय पशुओं के लिए हरा चारा कटकर लाना कोई अपराध नहीं है और ना ही वह इस चारे का व्यवसायीकरण कर रही थी। यदि इस मौसम में हमारी माता व बहिनें हरा चारा अपने पशुओं को नहीं खिलाएंगे तो कब खिलाएंगे। उत्तराखण्ड क्रांति दल इस उत्पीड़न एवं अभद्रतापूर्ण की गई घटना की घोर निंदा करता है तथा इसके साथ ही आपसे उन सभी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग करते हुए उनके विरुद्ध न्यायिक जांच की मांग भी करता है।
आशा है कि आप इस घृणित कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों पर त्वरित कार्रवाई के आदेश पारित करेंगे। साथ ही कल 19 जुलाई की सुबह दुगड्डा के निकट गोदी गांव की महिला को गुलदार द्वारा मारे जाने पर दस लाख का मुवावजा व गुलदार को आदमखोर घोषित कर मारे जाने की सन्सुति दे।
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