उत्तर नारी डेस्क
जहां सस्ते की बात आई तो मोबिन पूछताछ किनारे रख अपने भाई को लेकर कॉलर की बताई जगह पर जा पहुंचा। इस बात से अंजान कि उसके साथ कुछ बड़ी अनहोनी होने वाली है। कॉलर अपने 3 साथियों के साथ मौके पर आ धमका और मोबिन व उसके भाई के साथ मारपीट कर बाइक और कई हजार रूपये लूट नौ दो ग्यारह हो गए। घटना के बाद कुछ होश आने पर तुरंत अपने साथ हुई इस आपबीती को SO श्यामपुर को बताकर, न्याय की गुहार लगाई।
जानकारी मिलते ही "उलझे मामलों को सुलझाने में माहिर" SO श्यामपुर अनिल चौहान के कुशल नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने सर्वप्रथम मोबिन को आई कॉल की नंबर - डिटेल निकाली तो नंबर फेक ID से लिया गया था। ऊपर से घटना जंगल के बीचों बीच होने के कारण CCTV कैमरों से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। मामले की छानबीन करते समय अगर कहीं से कोई सुराग लगता भी था तो और गहराई में जाने पर वो रास्ता भी आगे जाकर बंद मिलता था। इस कारण दिन गुजरते जा रहे थे और दिन-दहाड़े हुई घटना के खुलासे हेतु दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा था।
ऐसे में ASP/CO रेखा यादव (I.P.S) द्वारा अपने सर्किल में घटी इस घटना के खुलासे हेतु काम कर रही पुलिस टीमों को परखा और एक साथ कई फ्रंट पर काम करते हुए सभी टीमों को अलग-अलग छोटी-बड़ी सभी कड़ियों को जोड़ने व साथ ही साथ नई लाइन पर भी काम करने को कहा। सभी टीमों का कुशलतापूर्वक पर्यवेक्षण करा। कुछ महीने पहले ज्वालापुर में हुए एक ब्लाइंड केस जिसमें एक छोटी लड़की के साथ गलत होने व कई दिनों की मेहनत के बावजूद भी कोई क्लू न मिलने पर भी उस केस को ASP/CO ज्वालापुर द्वारा अपने बुद्धि चातुर्य से खोलने पर खासी सराहना मिली थी।
ASP/CO ज्वालापुर की Pin Point Approach के साथ श्यामपुर पुलिस इस केस को खोलने में रात-दिन एक करते हुए मेहनत कर रही थी।
अनवरत मेहनत, सूझबूझ, पुलिस टीम की एकजुटता, लगातार सैकड़ों लोगों से पूछताछ, पूर्व में लूट की घटनाओं में जेल गए अभियुक्तों से पूछताछ एवं मुखबिर तंत्र की मदद से अभियुक्तों...
1- परवेज निवासी नेपाली बस्ती लालढांग
2- सारिक निवासी मोहल्ला ठठेरा वाला नजीबाबाद बिजनौर
3- हर्ष चौधरी निवासी रसूलपुरा बिजनौर
4- आशुतोष चौहान निवासी उभनवाला नजीबाबाद बिजनौर
...को घटना में प्रयुक्त 02 बाइक व लूटी गई 01 बाइक, 03 अवैध तमंचा, 06 जिंदा कारतूस, 01 चाकू व नगदी के साथ गिरफ्तार कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की गई।
अभियुक्त बडे शातिर थे और घटना के बाद कोई सुराग भी छोड़कर नहीं जाते थे परन्तु श्यामपुर पुलिस इनसे ज्यादा तेज निकली और चारों को पकड़ा, जिस कारण पुलिस टीम को इस ब्लाइंड केस को खोलने पर ₹15000 के ईनाम की घोषणा की गई।
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