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कोटद्वार-भाबर को आपस में जोड़ने वाले पुल पर मंडराने लगा खतरा, पढ़े पूरी ख़बर

उत्तर नारी डेस्क


आखिरकार वही हुआ जिसकी उम्मीद थी। कोटद्वार-भाबर को जोडने वाले निमबूचौड में सुखरो का पुल टूटने की कगार पर पहुंच गया है। 

आपको बता दें, अवैध खनन और कल की आयी बरसात के बाद नदी के पानी से शुक्रवार सुबह करीब 6:00 बजे सुखरो नदी पर बना पुल धँसने लगा। इस दौरान पिलर लगभग 10 इंच नीचे धँस गया। जिससे ऊपर दरार आ गयी है। जिस की जानकारी मिलने पर प्रशासन ने मौके पर पहुंच भारी वाहनों की आवाजाही रुकवा दी और ट्रैफिक डाइवर्ट कर दिया।  

बता दें कि इस पुल से भारी वाहनों का आवागमन रहता है, अगर समय रहते प्रशासन ने शीघ्र ही कोई कार्रवाई नहीं की तो कभी भी कोई बडा ग॔भीर हादसा हो सकता है।

बताते चलें कि बीते वर्ष कोटद्वार क्षेत्र में जहां राजस्व विभाग की ओर से सुखरो नदी में रीवर ट्रेनिग के पट्टे जारी किए गए, वहीं मालन व सुखरो नदियों में वन क्षेत्र के अंतर्गत रीवर चैनेलाइजेशन के नाम पर खनन किया गया। वन महकमे के अधिकारी वन भूमि पर धड़ल्ले से चल रहे खनन को देखकर भी अनजान बने रहे। रिवर ट्रेनिंग के नाम पर चल रहा खनन कार्य तो बंद हो गया। लेकिन, क्षेत्र के नदियों में आज भी अवैध खनन जारी है। जिससे सुखरो नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हुआ है।

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