उत्तर नारी डेस्क
विधायक तिलकराज बेहड़ ने आरोप लगाया कि इंटरार्क फैक्ट्री में श्रमिकों के उत्पीड़न के लिए पुलिस जिम्मेदार है। फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस के सांगगांठ हो चुकी है। इसलिए पुलिस की मिलीभगत से रात के अंधेरे में फैक्ट्री से मशीनों को बाहर निकाला जा रहा है। बेहड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पुलिस ने श्रमिकों के अधिकारों का अहित करने करने प्रयास किया, तब इंटरार्क फैक्ट्री गेट पर श्रमिकों के साथ धरना देंगे।
पिछले काफी समय से इंटरार्क के श्रमिक अपनी मांगों को फैक्ट्री गेट पर धरना दे रहे हैं। शुक्रवार को विधायक तिलकराज बेहड़ ने अपने कार्यालय पर पत्रकार वार्ता कर इंटरार्क मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि इंटरार्क फैक्ट्री से मशीनें शिफ्ट करने का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसके बावजूद बुधवार तड़के फैक्ट्री प्रबंधन ने पुलिस के साथ सांठगांठ कर मशीनों को फैक्ट्री से बाहर निकाला। वहां मौजूद श्रमिकों के साथ अभद्रता की। इससे माहौल और अधिक खराब हो सकता है। बेहड़ ने बताया कि वह तिवारी सरकार में मंत्री थे। उस समय यहां सिडकुल की स्थापना की गई थी। ताकि लोगों को रोजगार मिल सके, लेकिन श्रमिकों को लेकर प्रशासन जो रवैया है, उसमें सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। बेहड़ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पुलिस ने अपने रवैये को नहीं सुधारा तो वह स्वंय इंटरार्क के गेट पर श्रमिकों के साथ धरने पर बैठेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान पालिकाध्यक्ष दर्शन कोली, रामबाबू आदि थे।
यह भी पढ़ें- जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने ई-चैपाल के माध्यम से किच्छा के ग्राम अजीतपुर की सुनी समस्याएं