उत्तर नारी डेस्क
पूर्व सैनिक सेवा परिषद और संस्कार सामाजिक संस्था के सदस्यों ने कोटद्वार शहर को भाबर से जोड़ने वाले सुखरौ पुल के अब तक ठीक न होने पर रोष व्यक्त किया है। इस बात से आक्रोशित सदस्यों ने पुल पर धरना देने के साथ ही विभाग को जगाने के लिए कीर्तन भी किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पुल को क्षतिग्रस्त हुए लगभग एक महीने से अधिक का समय हो गया है। पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण भाबर की जनता को कोटद्वार मुख्य शहर आने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। छात्र व काम पर जाने वाले लोग समय से कार्य स्थल पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। कहा कि विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पुल को दीपावली से पहले यातायात के लिए खोल दिया जायेगा, लेकिन हकीकत इसके उलट है। कहा कि हकीकत देखने से पता लग रहा है कि पुल को बनने में अभी छह माह का समय लग सकता है। वक्ताओं ने विभागीय अधिकारियों से पुल को शीघ्र ठीक करने की मांग की।
आपको बता दें बीते एक सितंबर को कोटद्वार भाबर का जोड़ने वाला सुखरौ पुल का पांच नंबर पिलर अवैध खनन और बरसात के नदी के पानी से धँस गया था। जिसके बाद से इस पुल में भारी वाहनों का आवागमन आनन-फानन में लोक निर्माण विभाग खंड दुगड्डा और तहसील प्रशासन ने बंद कर दिया था। वहीं, घटना के एक महीने बीत जाने के भी इस पुल की मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में आक्रोशित सदस्यों ने पुल पर धरना देने के साथ ही विभाग को जगाने के लिए कीर्तन भी किया।
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