उत्तर नारी डेस्क
अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़ी एक बड़ी खबर है। पटवारी वैभव प्रताप को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी भूमिका संदिग्ध मिलने पर उसे गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी वीके जोगदांडे ने मामले में ढिलाई बरतने पर पटवारी को निलंबित कर दिया गया था। वैभव प्रताप के पास ही अंकिता भंडारी की गुमशुदगी की शिकायत सबसे पहले दर्ज कराई गई थी। बताया जा रहा है कि जल्द ही कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
बता दें, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। आईपीएस पी रेणुका देवी एसआईटी टीम का नेतृत्व कर रही हैं। बीते शुक्रवार को जांच के दौरान जांच टीम को चीला नहर के पास से एक मोबाइल बरामद हुआ है। जिसे फॉरेसिक जाँच के लिए भेजा गया है। वहीं, जांच कर रही एसआईटी को अभी तक अंकिता का मोबाइल नहीं मिला है। जिस वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मोबाइल अंकिता का हो सकता है। अगर यह मोबाइल अंकिता का होता है तो एसआईटी को कई अहम सुराग मिल सकते हैं। हालांकि, इस मामले के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का भी एक मोबाइल गायब बताया जा रहा है। यह फॉरेसिक जाँच के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर ये मोबाइल किसका है।
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