उत्तर नारी डेस्क
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कोटद्वार के मिलन चौक जसोधरपुर स्थित चरक इंडिया ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड के केंचुआ खाद (वर्मी कंपोस्ट) इकाई का निरीक्षण किया। जहां केंचुआ खाद के बारे में जानकारी देते हुए डॉ माधुरी डबराल ने बताया कि जैविक पदार्थ या घरेलू कचरा जो सर सकता है, में एपीजैइक केचुओं को पालकर खाद उत्पादन करना वर्मीकल्चर कहलाता है। यह सभी प्रकार के पेड़-पौधों एवं फसलों आदि हेतु पूर्ण रूप से कार्बनिक, प्राकृतिक एवं संतुलित खाद है। इसके प्रयोग से फसल उत्तम एवं ऑर्गेनिक होती है। फूल-पौधो, सब्जियों में इस प्रकार के खाद का प्रयोग घर-घर में बढ़ रहा है।
इस व्यवसाय को हम कम लागत में अपने घरों में शुरू कर सकते हैं और यह आय का एक माध्यम बन सकता है। इस कार्य की ट्रेनिंग रविवार को कुछ स्वयं सहायता समूह को यहां दी गई। इस व्यवसाय से और भी लोगों को जोड़ने की बात कहते हुए स्थानीय विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने डॉक्टर डबराल का अनेकानेक धन्यवाद किया।
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