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उधम सिंह नगर : तेहरवीं में आए UP के युवकों ने युवती का अपहरण कर किया दुष्कर्म

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड की गिनती देश के शांत राज्यों में की जाती है। इसके बावजूद यह भी सच है कि राज्य में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है। अपराध के बढ़ते मामले प्रदेश की छवि को क्षति पहुंचाने का काम कर रहे है। आये दिन उत्तराखण्ड में महिलाओं, बच्चों के साथ छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में अब ख़बर उधम सिंह नगर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र से सामने आ रही है। यहां, नर्सिंग की छात्रा को अगवाकर गन्ने के खेत में दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। वहीं, पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। 

जानकारी के अनुसार, कुंडा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि वह उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा स्थित एक कालेज से जेएनएम कोर्स कर रही है। वह अंतिम वर्ष की छात्रा है। वर्तमान समय में वह उधम सिंह नगर जिले काशीपुर के एक निजी अस्पताल में प्रैक्टिस कर रही है। बीती 29 नवंबर की शाम को करीब 5.30 बजे अस्पताल से छुट्टी होने के बाद वह रामनगर रोड से बैलजुडी को आने वाली सड़क पर पहुंची। आते आते युवती को अंधेरा हो गया अपने मित्र को बुलाया और उसे घर छोड़ने के लिए कहा। छात्रा के अनुसार वह मित्र के साथ बाइक से घर जा रही थी, तभी बगवाड़ा के पास बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें जबरदस्ती रोक लिया। आरोप है कि उसके मित्र को धमकाकर भगा दिया और उसे डरा-धमकाकर अपनी बाइक पर ले गए। इसके बाद दोनों युवक उसे भरतपुर, कुण्डा, हरियावाला होते हुये अन्दर नहर के रास्ते से जसपुर के रास्ते में एक सुनसान जगह पर ले गये। जहां गन्ने के खेत में उसके साथ दुष्कर्म किया गया। 

पीड़िता ने बताया कि बोलचाल में दोनों एक दूसरे को गुरविंदर गुरी व विक्की नाम से संबोधित कर रहे थे। वहीं, बाद में दोनों ने शराब पी और गुरी ने उसके साथ फिर दुष्कर्म किया। सुबह फिर ऐसा ही हुआ। इसके बाद सुबह दोनों युवक उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर जसपुर बस अड्डे के पास छोड़कर चले गये। पीड़िता ने आरोपी की बाइक का नंबर नोट कर लिया था। दोनों आरोपी युवक पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के अफजलगढ़ के रहने वाले हैं, जो घटना वाले दिन अपने किसी रिश्तेदार के यहां तेरहवीं में आये थे। 

तहरीर देते हुए पीड़िता ने बताया कि बदनामी के डर से वह रिपोर्ट नहीं लिखाना चाह रही थी। लेकिन, परिजनों ने साथ देते हुए वारदात के तीन दिन बाद केस दर्ज कराया है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। 

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