उत्तर नारी डेस्क
दिल्ली के 10 साल पुराने छावला सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता के परिवार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एक पुनर्विचार याचिका दाखिल की गयी है। पीड़िता के पिता की तरफ से पुनर्विचार याचिका एडवोकेट रोहित डंडरियाल, संदीप शर्मा, वरुण सिंह द्वारा दाखिल की गई है। यह पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले पर दायर की है, जिसमें कोर्ट ने 7 नवंबर को सामूहिक दुष्कर्म के सभी दोषियों को बरी कर दिया था। जिन्हें निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद से कोर्ट के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।
बता दें, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने भी दिल्ली पुलिस को पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की इजाजत दी थी। मामले में पीड़िता के पिता का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सबूतों की अनदेखी की। वहीं, पुनर्विचार याचिका में कहा गया है कि जिन सबूतो के आधार पर दोषियो को हाईकोर्ट और निचली अदालत ने सजा दी थी, उन सबूतों पर सुप्रीम कोर्ट ने ठीक से ध्यान नही दिया। याचिका में कहा गया है कि सबसे अहम डीएनए एविडेंस था, टीआईपी की भी सुप्रीम कोर्ट ने गलत व्याख्या की। पुनर्विचार याचिका में दलील दी गई है कि दोषी राहुल की मोबाइल फोन लोकेशन और उसके कपड़ों पर लगे खून के धब्बों से साबित होता है कि इस अपराध में वो शामिल था, लेकिन कोर्ट ने इन सभी सबूतों को नजरअंदाज करते हुए उसे बरी कर दिया।
दरअसल, निचली अदालत और हाईकोर्ट ने छावला सामूहिक दुष्कर्म-हत्या मामले में रवि कुमार, राहुल और विनोद को विभिन्न आरोपों के तहत दोषी ठहराते हुए उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी। जिसके बाद दोषियों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर को निचली अदालत और हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया और सभी दोषियों को बरी करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए ये भी कहा था कि किसी को केवल संदेह के आधार पर दोषी करार दे देना सही नहीं है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के द्वारका के छावला इलाके में 9 फरवरी 2012 को निर्भया की तरह ही उत्तराखण्ड की एक 19 साल की एक लड़की के साथ भी हैवानियत की गई थी। लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसके शरीर को सिगरेट और गर्म लोहे से दागा गया था। चेहरे और आंखों पर तेजाब डाला दिया गया था। पीड़िता उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल की रहने वाली थी। वह दिल्ली में छावला इलाके में रहती थी। घटना वाले दिन वह गुड़गांव के साइबर सिटी इलाके से काम के बाद लौट रही थी, तभी घर के पास तीन लोगों ने कार में उसे अगवा करने के बाद उसके साथ दरिंदगी की थी।
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